कोलकाता लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही सभी दलों के स्थानीय नेता अपने-अपने इलाकों में अपने प्रभुत्व को जमाने की कोशिश में लग गए हैं। रविवार रात बेहला थाना इलाके के प्रफुल्ल सेन कालोनी में तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में मारपीट होने और गोली चलने से इलाके में तनाव व्याप्त है। दोनों गुटों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हंै। एक गुट ने इलाके में सिंडिकेट का आरोप लगाया है, तो दूसरे गुट ने भाजपा को मदद करने का आरोप लगाया है। इसमें ७ जने जख्मी हुए है। इन लोगों को इलाज के लिए विद्यासागर जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोमवार दोपहर पुलिस ने छापेमारी कर ५ जने को गिरफ्तार किया है। इनके नाम बूनो, अनिरूद्ध मंडल, प्रशांत चौधरी, कार्तिक प्रसाद और विप्लव वर है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बेहला अन्तर्गत केएमसी के वार्ड नम्बर १२१ के प्रफुल्ल सेन कालोनी में तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में पहले से विवाद चल रहा था। बाबून बंद्योपाध्याय और बूनो तृणमूल कांग्रेस के समर्थक हैं। बाबून की पहचान तृणमूल युवा कांग्रेस नेता के तौर पर की जाती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक बाबून इलाके में एक इमारत का निर्माण करवा रहा है। जिसका विरोध बूनो कर रहा है। रविवार रात करीब १०.३० बजे बाबून अपने गुट के २० से २५ युवकों के साथ मोटरसाइकिल से बूनो के इलाके में गया और उसे गाली-गलौज करने लगा। बूनो गुट के युवक ने इसका विरोध किया, तो बाबून ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। दोनों गुटों के समर्थक एक दूसरे से भीड़ गए। आरोप है कि बाबून ने इलाके के कई घरों में तोडफ़ोड़ की और बाद में फायरिंग भी की। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव फैल गया है। घटना की खबर पाकर स्थानीय थाने की पुलिस के साथ अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस घटना की जानकारी लेने के बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है। पुलिस ने सिंडिकेट के आरोपों को खारिज किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बेहला अन्तर्गत केएमसी के वार्ड नम्बर १२१ के प्रफुल्ल सेन कालोनी में तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में पहले से विवाद चल रहा था। बाबून बंद्योपाध्याय और बूनो तृणमूल कांग्रेस के समर्थक हैं। बाबून की पहचान तृणमूल युवा कांग्रेस नेता के तौर पर की जाती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक बाबून इलाके में एक इमारत का निर्माण करवा रहा है। जिसका विरोध बूनो कर रहा है। रविवार रात करीब १०.३० बजे बाबून अपने गुट के २० से २५ युवकों के साथ मोटरसाइकिल से बूनो के इलाके में गया और उसे गाली-गलौज करने लगा। बूनो गुट के युवक ने इसका विरोध किया, तो बाबून ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। दोनों गुटों के समर्थक एक दूसरे से भीड़ गए। आरोप है कि बाबून ने इलाके के कई घरों में तोडफ़ोड़ की और बाद में फायरिंग भी की। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव फैल गया है। घटना की खबर पाकर स्थानीय थाने की पुलिस के साथ अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस घटना की जानकारी लेने के बाद इलाके में भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है। पुलिस ने सिंडिकेट के आरोपों को खारिज किया है।
पुलिस का कहना है कि दोनों गुट के लोग शराब के नशे में धुत थे। बूनो व उसके समर्थकों पर भाजपा का सहयोग करने का आरोप है। इस आरोप के तहत ही बाबून गुट के समर्थकों ने हमला किया है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना के संबंध में स्थानीय पार्षद मानिकलाल चट्टोपाध्याय ने कोई बयान नहीं दिया है।