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तृणमूल कांग्रेस अब अभिषेक के किले को बचाने में जुटी

locationकोलकाताPublished: Apr 05, 2021 06:42:47 pm

Submitted by:

Krishna Das Parth

चुनाव: पार्टी को दक्षिण 24 परगना जिले से है बड़ी आस- भाजपा भी हुई आक्रामक, झोंकी अपनी पूरी शक्ति

तृणमूल कांग्रेस अब अभिषेक के किले को बचाने में जुटी

तृणमूल कांग्रेस अब अभिषेक के किले को बचाने में जुटी

कृष्णदास पार्थ
कोलकाता.
शुभेंदु अधिकारी के गढ़ में सेंध मारने के बाद तृणमूल कांग्रेस अब अभिषेक बनर्जी के किले डायमंड हार्बर को बचाने में जुट गई है। युवा तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी यहां से सांसद हैं। यह क्षेत्र दक्षिण चौबीस परगना जिले में है। एक तरह से इस जिले में अभिषेक का दबदबा है। इस जिले में कुल 31 विधानसभा सीटें हैं। यह राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जिला है। उत्तर 24 परगना राज्य का सबसे बड़ा जिला है। इस जिले में 33 विधानसभा सीटें हैं। इन दोनों जिलों में तृणमूल कांग्रेस की अच्छी पकड़ बताई जा रही है। वैसे मुकुल राय और भाजपा सांसद अर्जुन सिंह उत्तर24 परगना जिले के ही नेता हैं, पर इनकी पकड़ कुछ ही सीटों पर है। दक्षिण चौबीस परगना जिले में अभी तक भाजपा का कोई स्थानीय धाकड़ नेता नहीं उभर पाया है। यहां भी शुभेंदु अधिकारी पर भाजपा कुछ हद तक निर्भर है। शुभेंदु ने उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही यहां रोड शो किया पर उन्हें उतनी सफलता नहीं मिली। कई जगहों पर भाजपा के उम्मीदवारों पर हमला भी हो चुका है। फिल्म उद्योग से जुड़े अंजना बसु, पायल सरकार, बाबुल सुप्रियो, श्रावंती चटर्जी को छोड़कर इस जिले में भाजपा का और कोई चर्चित चेहरा है। इनमें बाबुल सुप्रियो सांसद भी हैं। अंजना, पायल और श्रावंती बांग्ला फिल्मों की नायिका हैं। तृणमूल के धाकड़ नेता व मंत्री अरूप विश्वास को बाबुल सुप्रियो और तृणमूल के महासचिव व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को श्रावंती चटर्जी चुनौती दे रही हैं। पार्थ चटर्जी का कहना है कि शुभेंदु के गढ़ में सेंधमारी करने में तृणमूल अपनी रणनीति में सफल हुई है।

पीएम ने भरा है जोश
पहली अप्रेल को पीएम मोदी ने दक्षिण २४ परगना जिले के जयनगर में बड़ी सभा कर भाजपा समर्थकों में जोश भरा है। मोदी से पहले अमित शाह भी जयनगर में सभा कर चुके हैं। भाजपा ने अभिषेक के गढ़ में सेंध मारने की पूरी ताकत लगा दी है। मोदी और शाह के अतिरिक्त केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने भी इस जिले में जोर लगाया। आरएसएस और अन्य प्रदेशों से आए भाजपा कार्यकर्ता भी पार्टी को विजय दिलाने के लिए अपने रण-कौशल में जुटे दिखे।

16 सीटों पर मतदान
दक्षिण 24 परगना जिले की 16 सीटों पर तीसरे चरण के तहत 6 अप्रेल को मतदान होगा। दूसरे चरण में इस जिले की 4 सीटों पर मतदान हो चुका है। तृणमूल की पूरी कोशिश इस जिले से बढ़त हासिल करने की है। अभिषेक बनर्जी ने प्रचार थमने के एक दिन पहले जिले में तूफानी दौरा करते हुए कुलतली में बड़ी सभा की। इस जिले पर ही तृणमूल को काफी भरोसा है, क्योंकि दक्षिण 24 गरगना, उत्तर 24 परगना, नदिया और कोलकाता से ही तृणमूल के लिए सत्ता पर काबिज होने का रास्ता खुलेगा।

रणनीति के तहत शुभेंदु को घेरा
शुभेंदु के भाजपा में चले जाने के कारण तृणमूल की नींव जंगलमहल- पश्चिम व पूर्व मिदनापुर, पुरुलिया, बांकुड़ा, झाडग़्राम में हिल गई थी। तृणमूल कांग्रेस में ऐसा कोई नेता नहीं था जो शुभेंदु की कमी को जंगलमहल में पूरा कर सकता था। इस स्थिति में तृणमूल ने एक रणनीति के तहत ममता को नंदीग्राम से शुभेंदु के खिलाफ उतारा और पूरे जंगलमहल का मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी दी। खुली छूट देने पर शुभेंदु तृणमूल के लिए और खतरनाक हो सकते थे। अभी तृणमूल मान रही है कि दो चरणों में 60 सीटों पर हो चुके मतदान में पार्टी बेहतर स्थिति में है।
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