ध्यान ही नहीं इलाज के लिए भी कर रहे अध्यात्म का रुख
कोलकाताPublished: Oct 12, 2023 06:47:01 pm
कोरोनाकाल के बाद प्राचीन भारतीय पद्धतियों के प्रति लोगों का बढ़ा है रुझान
विनीत शर्मा कोलकाता. कोरोना संक्रमण ने लोगों को ज्यादा धार्मिक बना दिया और उन्हें अपनी जड़ों की ओर लौटने का अवसर दिया है। कोरोना बाद के दुष्प्रभावों के कारण भारतीय आयुर्वेद चिकिसा पद्धति और होम्योपैथी के साथ ही अध्यात्म चिकित्सा विकल्पों के प्रति भी लोगों का रुझान बढ़ा है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि दवा तन को ठीक कर सकती है, लेकिन मरीज पर दवा का असर तभी बेहतर तरीके से होगा जब मन मजबूत होगा। मन को मजबूत करने में आध्यात्मिक चिकित्सा सबसे कारगर है। लोग अपने मन को मजबूत करने के लिए अध्यात्म चिकित्सा पद्धतियों पर भरोसा कर रहे हैं। चिकित्सा की सभी अध्यात्मिक पद्धतियों में क्षमा और आभार ज्ञापन को विशेष जगह दी गई है। लोगों को क्षमा करना और जाने-अनजाने अपराधों के लिए क्षमा याचना व हर व्यक्ति के प्रति कृतज्ञता का भाव इसका आधार है।