मैथ्यु ने जिस आई फोन से स्टिंग ऑपरेशन शूट किया था और जो कोलकाता हाई कोर्ट को आई फोन दिया था, दोनों के आईएमइआई नंबर में मेल नहीं
नारदा कांड की जांच पर अनिश्चितता की छाया
बदल गया स्टिंग ऑपरेशन वाला मोबाइल बदली गई सीबीआई जांच टीमकोलकाता में तैनात होंगें 3 उप पुलिस उपाधीक्षक कोलकाता तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को रिश्वत में नोटों की गड्डी लेने का भंडाफोड़ करने वाले नारदा स्टिंग ऑपरेशन काण्ड की सीबीआई जांच पर अब अनिश्चितता के बादल छाने लगे हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने खुलासा किया है कि जिस आईफोन से मैथ्यु सैमुअल ने स्टिंग ऑपरेशन किया था वह बदल दिया गया है। इसकी खबर मिलते ही सीबीआई के आला अधिकारी हरकत में आ गए है और जांच टीम बदल दी है। सीबीआई के आला अधिकारियों को आईफोन के बदले जाने की खबर उस समय मिली जब उसकी जांच टीम ने मुख्यालय को दी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया। नारदा काण्ड की जांच कर रही सीबीआई टीम के अधिकारियों ने 17 मई को दिल्ली स्थित केन्द्रीय जांच एजेंसी के मुख्यालय में जांच संबंधित विस्तारित रिपोर्ट भेजा। सीबीआई सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में जांच की गति थम जाने का कारण बताते हुए कहा गया कि
जिस आईफोन से स्टिंग ऑपरेशन किया गया था वह बदल दिा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी मोबाईल का आईएमइआई नंबर उसकी पहचान होता है। लेकिन मैथ्यु ने जिस आईफोन से समूचा स्टिंग ऑपरेशन शूट किया उसका आईएमइआई नंबर सैमुअल की ओर से कोलकाता हाई कोर्ट को दिए आईफोन के आईएमइआई नंबर से मेल नहीं खा रहा। यानी स्टिंग अपरेशन वाला मोबाइल ही बदल गया है या फिर सैमुअल ने जांच टीम को वो मोबाइल दिया ही नहीं जिससे उन्होंने नारदा स्टिंग ऑपरेशन शूट किया था।
रिपोर्ट में स्टिंग ऑपरेशन के वीडिओ को ले कर आई जटिलताओं और जांच की गति थम जाने का कारण के बारे में भी बताया गया है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इन कारणों से जांच में कैसी-कैसी बाधा आ रही हैं और इस कारण जांच का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। रिपोर्ट के मिलते ही सीबीआई अधिकारियों ने जांच अधिकारियों को दिल्ली बुलाकर शनिवार को बैठक की और नारदा स्टिंग ऑपरेशन की जांच का खस्ताहाल देख कर जांच टीम ही बदल दिया। बैठक में शामिल सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नारदा जांच के लिए पुलिस उपाधीक्षक स्तर के 3 अधिकारियों को कोलकाता में नियुक्त करने का फैसला किया गया है। तीनों नए जांच अधिकारी जून के दूसरे सप्ताह अपना काम शुरु करेंगे। इसके साथ पुरानी जांच टीम के अधिकारियों को जांच से हटा दिया जाएगा।