बुधवार रात नारकेलडांगा नेताजी पार्क में बमबाजी की गई थी। उसी दौरान बम के लगने से नेताजी की मूर्ति टूटी
लोगों ने की मूर्ति तोडऩे वालों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग
कोलकाता.
अराजक तत्वों ने इस बार नेताजी
सुभाष चन्द्र बोस की मूर्ति को निशाना बनाया। बदमाशों ने बुधवार की रात के अंधेरे में नेताजी की मूर्ति तोड़ दी है। यह घटना उत्तर कोलकाता के नारकेलडांगा स्थित नेताजी के ही नाम से बने पार्क की है। पुलिस ने बताया कि मूर्ति तोड़े जाने की खबर उस समय पता चला, जब स्थानीय लोग गुरुवार की सुबह नारकेलडांगा के उक्त पार्क में गए। लोगों ने स्वतंत्रता सेनानी की मूर्ति टूटी देखी। स्थानीय लोग गुस्सा गए। देखते ही देखते पार्क में लोगों की भीड़ जमा होने लगी। लोग मोबाइल से तस्वीरें ले कर सोशल मीडिया में वायरल करने लगे। वे स्थानीय थाने जाकर उसके सामने विरोध प्रदर्शन किए। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने पुलिस से दोषी व्यक्ति को जल्दी से गिरफ्तार करने और उन्हें कड़ी सजा दिलाने की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर मूर्ति तोडऩे पालों की तलाश शुरू कर दी हे।
दस साल पहले स्थापित की गई थी मूर्ति नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मीर्ति नारकेलडांगा नेताजी पार्क की शोभा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि स्थानीय लोगों की मांग पर दस साल पहले इस पार्क में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मूर्ति की स्थापित की गई थी।
बमबाजी होने का दावा कुछ स्थानीय लोगों ने नेताजी पार्क में बमबाजी की घटना होने का दावा किया। लोगों से मिली खबर के अनुसार बुधवार रात के अंधेरे में नारकेलडांगा नेताजी पार्क में बमबाजी की गई थी। उसी दौरान बम के लगने से नेताजी की मूर्ति टूटी है। घटना की खबर मिलने के बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और इलाके में तनाव फैलने से रोकने के लिए मूर्ति के टूटे हुए हिस्से को कपड़े से ढकवा दिया और अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की और नेताजी की मूर्ति तोडऩे वालो की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं की है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों अगरतल्ला में लेनिन की मीर्ति तोड़ कर हटाने की घटना के बाद दक्षिण कोलकाता के कालीघाट इलाके में केवड़ातला घाट स्थित नेताजी की मूर्ति पर किसी ने काली पोत दिया था, जिसकों ले कर भाजपा और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने कड़ी अपत्ति जाहिर की। साथ ही भाजपा की ओर से नेताजी की मूर्ति की शुद्धिकरण अभियान करने का सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने विरोध किया और पुलिस के सामने केवड़ातला घाट जाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को जम कर पीटाई कर दी थी। उसके बाद बंगाल में एक के बाद एक महापुरूषों की मूर्ति तोडऩे या उस पर काली पोतने की घटना होने लगी।