उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान बंगाल में हुई हिंसा बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और भारतीय चुनाव के इतिहास में अभूतपूर्व घटना है। नामांकन दाखिल करने से रोकने के लिए बंगाल में जिस तरह की हिंसा हुई है, ऐसी हिंसा अब तक देश के किसी भी राज्य के चुनाव में नहीं हुई है। इससे पहले किसी को इतनी चालाकी से रिगिंग करते नहीं देखा है। वे कोलकाता के भारतीय संग्रहालय में नई गैलरी के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे। उद्घाटन कार्यक्रम में वर्धन के साथ राज्य के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी भी उपस्थित थे। हर्षवर्धन ने कहा कि पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने को ले कर राजनीतिक पार्टियों में हुई हिंसा ने पिछले दो महीने से राज्य को अस्थिर कर दिया है। विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने उनके उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने नहीं दिया। उन्हें रोकने के लिए उन पर हमले किए गए।
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भाजपा ही एक मात्र विकल्प तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि
ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ईधर-उधर की बातें कर और सब्जबाग दिखा कर बंगाल के लोगों को मूर्ख बना रही है। राज्य का माहौल ठीक नहीं है। राज्य में सुशासन देेने के लिए एक मात्र भाजपा ही विकल्प है। बंगाल के लोगों ने यह स्वीकार करना शुरू कर दिया है कि यहां एक ही विकल्प है और वह भाजपा है। यह बंगाल में अच्छे दिन लाएगी।
—— मौका मिला तो लाख नामांकन करेंगे दाखिल-घोष
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को कलकत्ता हाई कोर्ट की ओर से राज्य चुनाव आयोग को ई-मेल के जरिए दाखिल किए गए नामांकनों को स्वीकार करने के निर्देश दिए जाने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सभी को फिर से नामांकन दाखिल करने का मिलेगा तो अतिरिक्त एक लाख उम्मीदवार पंचायत चुनाव के लिए नामांकन भरेंगे। उन्होंने ये बातें पंचायत चुनाव का प्रचार करने के दौरान कही।