विश्वकर्मा पूजा व महालया पर बाजारों में फूलों की कीमत इतनी अधिक थी कि लोगों को एक-दो लेकर ही संतोष करना पड़ा। गेंदे की एक माला 30 रुपए, मटरमाला 10 रुपए व जबां की माला 40 से 50 रुपए में बिकी।
पैसे नहीं तो कैसे करें पूजा
पैसे नहीं तो कैसे करें पूजा
विश्वकर्मा पूजा के लिए लोगों के पास पैसे नहीं होने के कारण जैसे-तैसे करके पूजा की गई। कहीं फोटो से तो कहीं छोटी प्रतिमा से काम चलाना पड़ा।
देवी पूजा के लिए एक महीने का इंतजार
देवी पूजा के लिए एक महीने का इंतजार
हर साल महालया के दिन से ही दुर्गापूजा की रौनक दिखने लगती थी पर इस बार देवी के लिए एक महीने का इंतजार करना पड़ रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि देवी जानती थी कि कोरोना का प्रकोप होगा इसलिए हमें एक महीने का समय दिया है। हम सभी प्रार्थना करते हैं कि पूजा तक कोरोना पर नियन्त्रण हो जाए।