पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां शुक्रवार को गंगासागर के पवित्र संगम में प्रवाहित की गईं।
वाजपेयी की अस्थियां गंगासागर के पवित्र संगम में प्रवाहित
कोलकाता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां शुक्रवार को गंगासागर के पवित्र संगम में प्रवाहित की गईं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष एवं पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने सुबह लगभग ९:३० बजे विधिवत ढंग से वाजपेयी की अस्थियां कपिल मुनि की तपस्थली पर पावन जल में प्रवाहित की एवं उनकी आत्मा की शांति की कामना की। इस अवसर पर पार्टी नेता मुकुल राय, संजय सिंह आदि समेत लगभग ७-८ सौ भाजपा नेता,समर्थक उपस्थित थे। वाजपेयी का अस्थि कलश बुधवार शाम कोलकाता लाया गया था। गुरुवार सुबह पार्टी के प्रदेश कार्यालय से गंगासागर के लिए कलश यात्रा शुरू हुई थी। बेहला, आमतल्ला, सरिसा, डायमंडहार्बर, दोलनहाट कचूबेडिय़ा के रास्ते शाम मे गुरुवार शाम अस्थि कलश गंगासागर पहुंचा था। भाजपा नेता,कार्यकर्ता रात भर सागर तट पर रहे। शुक्रवार सुबह वाजपेयी की अस्थियां संगम के जल में प्रवाहित की गईं। वाजपेयी की अस्थियां एवं चिता की भस्म और चार कलश में रखी गई र्हं। अब उनकी अस्थियां मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का, हुगली जिले के त्रिवेणी, नदिया जिले के नवद्वीप व जलपाईगुड़ी जिले के सिलीगुड़ी में पवित्र जल में प्रवाहित की जाएंगी। भाजपा नेता संजय सिंह ने बताया कि बाकी जगहों पर वाजपेयी की अस्थियां कब प्रवािहत की जाएंगी अभी तय नहीं हुअा है। शनिवार को पार्टी कार्यालय में एक बैठक बुलाई गई है। बैठक में तारीख अौर समय तय िकया जाएगा।फिर पत्रकारों को कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी
वाजपेयी की अस्थियां भाजपा नेता देश भर में पवित्र नदियों में प्रवाहित कर रहे हैं। रविवार को हरिद्वार में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की उपिस्थित में वाजपेयी की अस्थियां पावन गंगाजल में प्रवाहित की गई। हरिद्वार में वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि भाजपा वाजपेयी की मौत पर राजनीति कर रही है। वाजपेयी के परिवार की एक सदस्य ने भी भाजपा के इस पहली की आलोचना की है।