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कोलकाता

प.बंगाल में NRC पर छिड़ी जंग, भाजपा-तृणमूल नेता आमने-सामने

एक तरफ जहां ममता बनर्जी किसी भी सूरत में राज्य में एनआरसी लागू नहीं होने देनी की बार-बार दावा कर रही हैं, वहीं भाजपा नेता…

कोलकाताOct 22, 2019 / 10:30 pm

Ashutosh Kumar Singh

प.बंगाल में NRC पर छिड़ी जंग, भाजपा-तृणमूल नेता आमने-सामने

प.बंगाल में NRC पर छिड़ी जंग, भाजपा-तृणमूल नेता आमने-सामने

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एनआरसी (NRC) के मुद्दा पर भाजपा नेताओं और पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के बीच जारी जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ जहां ममता बनर्जी किसी भी सूरत में राज्य में एनआरसी लागू नहीं होने देनी की बार-बार दावा कर रही हैं, वहीं भाजपा नेता लगातार राज्य में एनआरसी लागू करने की बात कह रहे हैं। एनआरसी राज्य की सियासत की धुरी बना हुआ है। मंगलवार को ममता बनर्जी ने फिर से राज्य में एनआरसी लागू नहीं करने देने के अपने दावे को दोहराते हुए कहा कि हमारे यहां एनआरसी लागू नहीं हो रहा है। इसलिए यहां असम और कर्नाटक की तर्ज पर घुसपैठियों के लिए डिटेंशन सेन्टर नहीं बनाए जाएंगे।
सिलीगुड़ी स्थित उत्तर बंगाल शाखा सचिवालय ‘उत्तर कन्या में प्रशासनिक बैठक करने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सभी सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति में सभी जिम्मेदारी के साथ कहता हूं कि हमारे राज्य में एनआरसी लागू नहीं होगा। इसलिए डिटेंशन शिविर के निर्माण का सवाल ही नहीं उठता है। बंगाल में हमारी सरकार है। डिटेंशन सेन्टर तब बनेगा जब हम चाहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनआरसी असम में लागू किया जा सकता है, क्योंकि यह असम समझौते, 1985 का हिस्सा था। इस समझौते पर तत्कालीन कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन और ऑल असम गण संग्राम परिषद के नेताओं की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए थे, जिन्होंने 1979 से छह साल के लंबे आंदोलन की अगुवाई की थी। 1985 में अवैध बांग्लादेशियों का पता लगाने और निर्वासन की मांग की गई।
ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी बंगाल में नहीं होगा, क्योंकि यहां हम सरकार चलाते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध किया है, क्योंकि ऐसी बातें धर्म के आधार पर नहीं की जानी चाहिए।
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नहीं रोक पाएगी ममता सरकार

ममता बनर्जी की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व पश्चिचम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अगर केन्द्र सरकार बंगाल में एनआरसी लागू करना चाहेगी तो ममता बनर्जी रोक नहीं पाएंगी। एनआरसी लागू करने अथवा नहीं करने का अधिकार केन्द्र सरकार को है। ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं, प्रधानमंत्री नहीं।

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