——वार्ड वासियों की जुबानी
लंबे अर्से से इलाके में दूषित पेयजल की समस्या है। इलाके में नगरपालिका के तरफ से सौन्दर्यीयकरण का काम हुआ लेकिन मुख्य समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया। सरोज कुमार यादव, वार्ड 9 के निवासी
आपूर्ति होने वाले पेयजल से कचरा निकलता है जिसे न चाहकर भी मजबूरन लोगों को पीना पड़ता है। प्रमोद कुमार चौहान, वार्ड वासी इलाके केनलों में दूषित जल की आपूर्ति हो रही है। स्थानीय पार्षद से कई बार शिकायत की गई। चेयरमैन ने कई बार पाइप की मरम्मत जरूर कराई पर समस्या जस की तस। गर्मी की शुरुआत हो चुकी है। समस्या का निपटारा न हुआ तो आने वाले दिनों में लोग पेयजल संबंधित बिमारियों का शिकार हो सकते हैं।
देवेंद्र साव, वार्ड वासी दूषित पेयजल की शिकायत करने पर पार्षद जनता से ही नाराजगी भरे लहजे में सवाल-जवाब करते हैं। शिकायतकर्ता पर दबाव बनाते हैं ताकि जनता अपनी आवाज बुलंद नहीं कर सके।
सावित्री देवी- वार्ड वासी
—-इनका कहना है…. किसी भी वार्ड में पेयजल सम्बंधित कोई भी समस्या उनके संज्ञान में नहीं है और न ही इसकी लिखित शिकायत उनके पास दर्ज हुई। राजस्थान पत्रिका के माध्यम से उन्हें समस्या की जानकारी मिली है। नगरपालिका की टीम वार्ड का सर्वे करेगी। पेयजल सम्बंधित कोई समस्या वार्ड में मिली तो उसका तत्काल निवारण किया जाएगा। उनके लिए जनता सर्वोपरि है जनता की समस्या जनसेवक की समस्या है।
विजय सागर मिश्रा, चेयरमैन, रिसड़ा नगरपालिका वार्ड में दूषित पेयजल की समस्या कुछ दिनों पहले थी। कुछ पुरानी पाइप जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई थी। इससे यह समस्या उत्पन्त हुई लेकिन इसका समाधान कर दिया गया है। सभी पाइप लाइन की मरम्मत कर दी गई है, फिलहाल इलाके में दूषित पेयजल की समस्या नहीं। कुछ लोग बेवजह किसी राजनीतिक दल के बहकावे में आकर गलत दोषारोपण कर रहे हैं। यदि कोई समस्या है तो लिखित में शिकायत की जाए और उसका तत्काल निवारण किया जाएगा।
उषा देवी साव, पार्षद वार्ड नंबर ६