2. चेहरे और नाम पर वोट मिलना मुश्किल
– मोहित मिश्रा (विद्यार्थी) डायमंड हार्बर: फिल्मी चेहरों के टिकट पाने से राजनीति के पुराने चेहरों का पत्ता कट जाता है। सितारे राजनीति में उतरते हैं तो उन्हें इस क्षेत्र में भी कड़ी मेहनत करनी होगी। केवल चेहरे और नाम पर वोट मिलना मुश्किल है।
3. बुद्धि का इस्तेमाल कर देंगे वोट
– हेमंत मोहता (विद्यार्थी) उत्तर कोलकाता: फिल्मी चेहरों को राजनीति में उतरने के बाद बाकी के क्षेत्र छोड़ देना चाहिए। पार्टियों को ध्यान देना चाहिए कि ऐसे उम्मीदवारों का चयन करें जो राजनीति में दिलचस्पी रखता हो। मतदाता चेहरे पर नहीं बल्कि अपनी बुद्धि का इस्तेमाल कर वोट देते हैं।
4. काम करने वाला हो उम्मीदवार
– विमल सिंह (विद्यार्थी) दक्षिण कोलकाता: प्रत्याशी किसी भी क्षेत्र से हो काम करने वाला हो। युवा चेहरा नहीं देखेगा काम देखकर मतदान करेगा। देश के नेता का चयन उनकी काबिलियत पर करना जरुरी है। सही उम्मीदवार को मौका देना चाहिए फिर चाहे वे किसी भी क्षेत्र से क्यों न हो?
5. जाको काज ताको ही भावे
– पूजा सिंह (शिक्षिका) डायमंड हार्बर: जाको काज ताको ही भावे, पार्टियों को इस कहावत का अनुकरण करना चाहिए। जिन फिल्मी सितारों का ज्यादातर समय एक्टिंग में बीतता है वे आम जनता की समस्या कब और कैसे सुनेंगे? युवा दिखावे पर नहीं काबिलियत पर वोट देंगे।
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– लोस.चुनाव 2019 में बंगाल की राजनीति के मैदान में उतरेे फिल्मी सितारे :-