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Weather update: महाविनाशक बन सकता है चक्रवाती तूफान

locationकोलकाताPublished: May 18, 2020 11:20:56 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ सुपर साइक्लोन में तब्दील होकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार चक्रवाती तूफान का हर संभव मुकाबला करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यसचिव राजीव सिन्हा, गृह सचिव अलापन बंद्योपाध्याय और आपदा प्रबंधन विभाग के शीर्ष अधिकारियों की निगरानी में 24 घंटे व्यापी कंट्रोल रूम मंगलवार से चालू हो जाएंगे। राज्य के तटवर्ती जिले उत्तर व दक्षिण 24 परगना और पूर्व मिदनापुर जिले को विशेष रूप से सतर्क किया गया है

Weather update: महाविनाशक बन सकता है चक्रवाती तूफान

Weather update: महाविनाशक बन सकता है चक्रवाती तूफान

अलर्ट जारी: 190 किमी की रफ्तार से हवा थर्रा देगी जमीन
सुपर साइक्लोन में तब्दील होकर तेजी से बढ़ रहा आगे
कोलकाता.
चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ सुपर साइक्लोन में तब्दील होकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार चक्रवाती तूफान का हर संभव मुकाबला करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यसचिव राजीव सिन्हा, गृह सचिव अलापन बंद्योपाध्याय और आपदा प्रबंधन विभाग के शीर्ष अधिकारियों की निगरानी में 24 घंटे व्यापी कंट्रोल रूम मंगलवार से चालू हो जाएंगे। राज्य के तटवर्ती जिले उत्तर व दक्षिण 24 परगना और पूर्व मिदनापुर जिले को विशेष रूप से सतर्क किया गया है। भारतीय मौसम विभाग ने इस सुपर साइक्लोन को लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया है। कहा जा रहा है कि अगले 12 घंटे में यह खतरनाक से बेहद खतरनाक में तब्दील हो सकता है। इसके साथ ही 20 मई को हवा की रफ्तार 190 किलोमीटर तक पहुंच सकती है।
भारतीय मौसम विभाग के साइक्लोन वॉर्निंग डिपार्टमेंट के मुताबिक, दक्षिण पश्चिम मॉनसून दक्षिण बंगाल की खाड़ी, निकोबार प्रायद्वीप और अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर चुका है। इसके साथ ही इस बात की भी आशंका जताई गई है कि 20 मई दोपहर के आसपास यह तूफान पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच टकरा सकता है। इस दौरान हवा 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी, जो कभी भी 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं। यही नहीं, इन सबके बीच यह भी कहा जा रहा है कि इस भयानक तूफान की वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल बुरी तरह से प्रभावित होंगे।

क्या पड़ेगा प्रभाव
विभाग ने कहा कि अत्यधिक तेज हवा से कच्चे घरों को बहुत ज्यादा नुकसान और पक्के घरों को कुछ हद तक नुकसान पहुंच सकता है। तेज हवा के कारण बिजली एवं संचार के खंभे मुड़ या उखड़ सकते हैं, ऊपर से गुजरने वाले बिजली के तार एवं सिग्नल प्रणालियां प्रभावित हो सकती हैं तथा तैयार फसलों, खेतों-बगीचों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है।

7 एनडीआरएफ टीमें तैनात
इन स्थितियों को देखते हुए ७ एनडीआरएफ टीमें पश्चिम बंगाल में तैनात की गई हैं। मछुआरों को इस बात की सलाह दी गई है कि वे समुद्र तट पर न जाएं और न ही तट पर वापस लौटें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समीक्षा बैठक में यह भी तय किया कि कुछ एनडीआरएफ टीमें स्थितियों को देखते हुए एयरलिफ्ट के लिए भी तैयार रहेंगी। इस बात की जानकारी एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने दी।

सचिवालय में कंट्रोल रूम
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य के तटवर्ती जिले उत्तर व दक्षिण 24 परगना और पूर्व मिदनापुर जिले को विशेष रूप से सतर्क किया गया है। जिला प्रशासन को यह निर्देश है कि निचले और संभावित प्रभावित इलाकों से नागरिकों को फ्लड शेल्टर और साइक्लोन सेंटरों में ले जाया जाए। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से और अधिक संख्या में एनडीआरएफ की तैनाती करने की मांग की थी जिसके बाद और पांच कंपनी एनडीआरएफ की तैनाती की गई है।
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