गत गुरुवार को भाटपाड़ा इलाके में हुई झड़प में दो बेकसूर लोगों की मौत हो गई थी। फिर हिंसा भडक़ने से कुछ ही देर पहले बैरकपुर के नए पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने कहा था कि स्थिति अब पूरी तरह से काबू में है। पुलिस केस दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इलाके में कानून बहाली के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
एसएस अहलूवालिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 17 साल के लडक़े को उस वक्त गोली मारी गई, जब वह कुछ खरीदने के लिए जा रहा था। पुलिस ने प्वाइंट ब्लैंक रेंज से उसके सिर पर गोली मारी। एक वेंडर की भी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीसरा अस्पताल में है। 7 लोगों को गोली लगी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस बदमाशों के लिए लाठी और निर्दोषों पर गोली इस्तेमाल करती है। इसकी जांच होनी चाहिए। पुलिस ने उन्हें गोली मारी और दावा किया कि उसने हवाई फायरिंग का सहारा लिया था। जबकि अगर उन्होंने वाकई ऐसा किया होता तो गोली लोगों के शरीर में कैसे घुसती ? यह दुर्भाग्यपूर्ण है। छोटे वेंडर के परिवार खत्म हो गए।
—
गृहमंत्री को सौंपेंगे रिपोर्ट-भाजपा नेता सांसद एसएस अहलूवालिया ने कहा कि इस हिंसा से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दुखी हैं। हम उन्हें रिपोर्ट सौंपेंगे। अहलूवालिया ने कहा कि इस तरह की घटनाएं सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही हो रही हैं।
जब भाजपा प्रतिनिधिमंडल भाटपाड़ा पहुंचा तो वहां स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ नारेबाजी की। वे लोग बंगाल पुलिस हाय हाय! ममता बनर्जी हाय हाय! के नारे लगा रहे थे। कुछ लोग जय श्री राम के नारे भी लगा रहे थे। ऐसे में लोगों को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया।