इस कार्यक्रम में शामिल होने गए थे बाबुल जादवपुर विश्वविद्यालय में एबीवीपी की ओर से स्वाधीनता के बाद भारत में शासन व्यवस्था विषय पर केपी बसु मेमोरियल हॉल में व्याख्यान का आयोजन किया गया था। बाबुल सुप्रियो इसमें बतौर अतिथि आमंत्रित थे। जैसे ही वे विश्वविद्यालय परिषद में पहुंचे छात्रों के एक समूह ने उनपर हमला बोल दिया। पहले गो-बैक के नारे लगाए और उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी थी। हमलावर छात्र कॉलर पकड़ कर बाहर खींचने लगे। अंगरक्षकों ने विरोध किया तो हमलावर छात्र उन पर भी टूट पड़े थे।
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राज्यपाल ने कराया था मुक्त राज्यपाल के हस्तक्षेप के बाद बाबुल सुप्रियो को कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला। कार्यक्रम की समाप्ती के बाद जब बाबुल सुप्रयो निकलने लगे आंदोलनकारी छात्रों ने उन्हें फिर से घेर लिया। वे मांफी मांगने की मांग करने लगे। इसकी खबर पाकर राज्यपाल स्वयं विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्होंने बाबुल सुप्रियो को अपनी गाड़ी में बिठा लिया। तब आंदोलनकारी छात्र राज्यपाल की गाड़ी घेर लिए। उनकी गाड़ी पर मुक्का मारे। नारेबाजी की। लगभग एक घंटे से अधिक देर तक राज्यपाल की गाड़ी को घेर कर रखे। फिर पुलिस हस्तक्षेप के बाद राज्यपाल की गाड़ी वहां से निकली थी।
राज्यपाल ने कराया था मुक्त राज्यपाल के हस्तक्षेप के बाद बाबुल सुप्रियो को कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला। कार्यक्रम की समाप्ती के बाद जब बाबुल सुप्रयो निकलने लगे आंदोलनकारी छात्रों ने उन्हें फिर से घेर लिया। वे मांफी मांगने की मांग करने लगे। इसकी खबर पाकर राज्यपाल स्वयं विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्होंने बाबुल सुप्रियो को अपनी गाड़ी में बिठा लिया। तब आंदोलनकारी छात्र राज्यपाल की गाड़ी घेर लिए। उनकी गाड़ी पर मुक्का मारे। नारेबाजी की। लगभग एक घंटे से अधिक देर तक राज्यपाल की गाड़ी को घेर कर रखे। फिर पुलिस हस्तक्षेप के बाद राज्यपाल की गाड़ी वहां से निकली थी।