प्रदेश भाजपा अध्यक्ष घोष पर इस दिन हमला उस समय हुआ, जब वे पूर्व मिदनापुर जिले के कंटाई में जनसभा करने जा रहे थे। दिलीप घोष को जनसभा स्थल ले जाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने बाईक रैली निकाली थी। रैली जैसे ही कंटाई के निकट जनमंगल समिति हॉल के पास पहुंची तभी कुछ लोगों ने रैली पर हमला बोल दिया।
स्थानीय लोगों के अनुसार हमले की शुरूआत रैली के जनमंगल समिति हॉल के पास पहुंचने पर काला झंडा दिखाए जाने से हुई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो दोनों पक्षों के बीच बहस होने लगी। इस बीच काला झंडा दिखा रहे लोगों ने रैली में शामिल भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी और ईंट-पत्थर से हमला शुरू कर दिया।
दिलीप घोष ने हमले में तृणमूल कांग्रेस का हाथ होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिले के कांथी संसदीय क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस सांसद दिवेन्दु अधिकारी ने अपने गुण्डों से उन पर हमला कराया है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस राजनीतिक तौर से भाजपा का मुकाबला नहीं कर पा रही है। इसलिए उसके नेता अपने गुण्डों और पुलिस की मदद से भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला करा रहे हैं। ऐसा कर के बंगाल में भाजपा को नहीं रोका जा सकता है। वहीं दिवेन्दु अधिकारी ने दिलीप घोष के आरोप को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में उनका कोई हाथ नहीं है। हमला भाजपा की गुटबाजी का परिणाम है।