उन्होंने कहा कि एनआरसी लागू करने से पहले केन्द्र की मोदी सरकार राष्ट्रीय नागरिकता संशोधन बिल पास करवाएगी और कानून बना कर बांग्लादेश सहित पड़ोस देशों से आए हिन्दू, बौध, सिख, जैन और इसाई शरणार्थियों विशेषकर हिन्दू शरणार्थियों को भारतीय नागरिक का अधिकार दिया जाएगा। वे भारत के प्रधानमंत्री बन सकते हैं। लेकिन शाह ने बांग्लादेश और अन्य देशों से अवैध तरीके से आए मुस्लिम लोगों को नागरिकता देने की बात नहीं कही।
सभा में आर पार्टी कार्यकर्ताओं को अमित शाह ने शरणार्थियों में फैलाए जा रहे एनआरसी के आतंक को दूर करने और उन्हें नागरिकता दिए जाने के लिए भाजपा और केन्द्र सरकार के प्रति भरोसा जगाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जा कर शरणार्थियों को यह भरोसा दिलाए कि उन्हें भारतीय नागरिक का अधिकार दिया जाएगा। इसके लिए केन्द्र सरकार राष्ट्रीय नागरिकता संशोधन बिल लाएगी।
ममता बनर्जी पर तीखा वार करते हुए अमित शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल लाई तो तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने इसका विरोध किया। इस कारण मतुआ समुदाय सहित अन्य शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता नहीं मिल सकी। लेकिन अब प्रस्तिथियां बदल गई है। इस बार हम इस बिल पास करवा कर रहेंगे।
पहले घुसपैठ का विरोध अब समर्थन कर रही है ममता
तृणमूल कांग्रेस पर वोट बैंक के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि विपक्ष में रहने के दौरान ममता बनर्जी ने पहले घुसपैठियों का विरोध किया था और वे उन्हें वोट दे रहे हैं तो उनका समर्थन कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि ममता दीदी आपने 2005 में घुसपैठियों को देश से निकाल बाहर करने की मांग की थी। इसको ले कर उन्होंने संसद नहीं चलने दिया था। आप 2005 में घुसपैठ के बारे में अपने रिकॉर्ड किए गए बयान टीवी पर देख लीजिए कि आप ने उस समय आपने घुसपैठियों के बारे में क्या कहा था और अब क्या कह रही हैं।