तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो के खास रहे मुकुल राय पर भाजपा का दामन थामने के बाद तीन दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। मुकुल राय दावा करते हैं कि उन पर दर्ज 42 मामलों में से 28 के शिकायतकर्ताओं ने कोर्ट में हलफनामा देकर कह दिया है कि उनपर दबाव डालकर मुकदमा कराया गया था। मुकुल राय को विभिन्न मामलों में गिरफ्तारी से बचने के लिए कभी हाईकोर्ट तो कभी सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाना पड़ता है।
अपनी सुरीली आवाज से बॉलीवुड के गीत गाने वाले बाबुल सुप्रियो जो लगातार दूसरी बार पश्चिम बंगाल की आसनसोल संसदीय सीट से चुनकर सांसद और फिर केन्द्रीय मंत्री बनाए गए हैं, पर आसनसोल, रानीगंज में चार आपराधिक मामले दर्ज हैं। सभी मामले उनके राजनीति में आने के बाद के हैं। बाबुल कहते हैं कि राज्य में लोकतंत्र का खात्मा हो गया है। तृणमूल कांग्रेस सरकार पुलिसतंत्र के सहारे सत्ता पर काबिज है।
मामले- मुकदमे सिर्फ पुरुष राजनेताओं पर दर्ज किए जा रहे हों ऐसा नहीं है। कभी टॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी जो अब हुगली से भाजपा की सांसद है पर पिछले चार सालों में 14 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। जिनमें हत्या का प्रयास, बलवा, मारपीट जैसे गंभीर आपराधिक मामले भी शामिल हैं।
लॉकेट कहती हैं पहले प्रशासन आपको लोकतांत्रिक आंदोलन की अनुमति नहीं देगा, आप आंदोलन करेंगे तो मामले मुकदमे होंगे। फर्जी शिकायकर्ताओं के सहारे गंभीर धाराओं के मुकदमे लाद दिए जाएंगे। लेकिन तृणमूल कांग्रेस और राज्य सरकार को यह मालूम होना चाहिए कि आंदोलन उत्पीडऩ से खत्म नहीं होगा। पार्टी सताए गए अपने कार्यकर्ताओं के साथ सब समय खड़ी रहेगी।
बंगाल में पुलिस बल के राजनीतिक उपयोग के आरोप वाममोर्चा के शासनकाल से ही लगते रहे हैं। जिसके मौजूदा सरकार के भी जारी रखे जाने की बात कही जाती है। विपक्ष के नेता- कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे उसी ओर इशारा करते हैं।
हाल ही में असुद्दीन ओवैसी की पार्टी के नेताओं ने भी यह आरोप लगाया था कि राज्य में पुलिस प्रशासन उनकी पार्टी की बैठकों, सभाओं को अनुमति नहीं दे रहा है। उसके नेता-कार्यकर्ताओं को प्रशासन धमकी दे रहा है। सीएए आंदोलन शुरू होने के तुरंत बाद पार्टी के कई नेताओ ंकी पार्क सर्कस से गिरफ्तारी को वे इसी मुद्दे से जोड़ कर देखते हैं।