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WEST BENGAL—-बीएसएफ की नजर से अब तस्कर नहीं बच सकेंगे

locationकोलकाताPublished: Jan 26, 2022 01:12:58 am

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

भारत-बांग्लादेश सीमा पर बिना फेंसिंग वाले सीमावर्ती क्षेत्रों में नई व्यवस्था, लो कॉस्ट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन स्थापित किए जा रहे जिससे तस्कर न तार काट सकेंगे न सीमा पार कर सकेंगे

WEST BENGAL----बीएसएफ की नजर से अब तस्कर नहीं बच सकेंगे

WEST BENGAL—-बीएसएफ की नजर से अब तस्कर नहीं बच सकेंगे

BENGAL BSF NEWS-कोलकाता। भारत-बांग्लादेश सीमा पर बिना फेंसिंग वाले सीमावर्ती क्षेत्रों में नई व्यवस्था की जा रही है जिससे तस्कर न तार काट सकेंगे न सीमा पार कर सकेंगे। बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के आईजी अजय सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीएसएफ तन-मन, धैर्य व साहस के साथ देश की सीमाओं की रखवाली कर रहा है। भारत-बांग्ला देश सीमा पर अपराधिक गतिविधियों व अवैध घुसपैठ रोकने के लिए बीएसएफ दिन रात लगी रहती है।सिंह ने मंगलवार को बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय में प्रेस वार्ता में कहा कि बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर को 936 किलोमीटर की निगरानी करने का जिम्मा है। जिस क्षेत्र में फेंसिंग नहीं वहां नए टेक्नोलॉजी के साथ निगरानी बढ़ाई जा रही है। लगभग 100 किलोमीटर सीमावर्ती क्षेत्र बिना फेंसिंग के हैं। बिना फेंसिंग वाले क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रखी जा सके इसके लिए लो कॉस्ट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन स्थापित किए जा रहे हैं। यहां से अब तस्कर हमारी नजर से बच नहीं सकेंगे।

सीसीटीवी, हाई मास्ट लाइट, नाइट विजन डिवाइस लगेंगे

उन्होंने बताया कि उक्त टेक्नोलॉजी के लिए 15 दिन पहले केंद्र सरकार से बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के लिए 18 करोड़ स्वीकृत किए गए। बिना फेंसिंग वाले क्षेत्रों में 80 से 100 मीटर के दायरे में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे। जगह-जगह हाई मास्ट लाइट लगाए जाएंगे। नाइट विजन डिवाइस लगाए जाएंगे। इसके अलावा बिना फेंसिंग वाले क्षेत्रों में एंटी क्लाइंब व एंटी कट वायर फेंसिंग किए जा रहे हैं। जिससे तस्कर फेंसिंग किए गए तार को किसी भी औजार से काट नहीं सकते और न उसके सहारे चढक़र सीमा पार कर सकते।उत्तर बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा क्षेत्र में मुख्य चुनौती पशु तस्करी व मादक पदार्थों के तस्करी का है। जिन सीमावर्ती क्षेत्रों से तस्करी करने की कोशिश होती है, उसे कामयाब नहीं होने दिया जाता है। आईजी ने कहा कि बिना फेंसिंग वाले क्षेत्रों में भी जिन जगहों पर फेंसिंग के तार पुराने हो चुके हैं अथवा टूट रहे हैं उस जगह पर भी एंटी क्लाइंब एंटी कट फेंसिंग किए जा रहे हैं। जिससे तस्करों के नापाक मंसूबों को कामयाब नो होने दिया जाए।
—-राज्य की एजेंसियों से पूरा सहयोग
आईजी ने कहा कि राज्य सरकार की सभी एजेंसियों से बीएसएफ का पूरी तरह से सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब से सर्च अभियान चलाने के लिए बीएसएफ का दायरा बढ़ाया गया तब से कई ऐसे मौकों पर सर्च अभियान चलाया गया हैजिसमें स्थानीय पुलिस का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ सीमा की निगरानी के साथ अपने सामाजिक दायित्वों के तहत स्थानीय लोगों के लिए समय-समय पर कल्याणकारी योजनाएं भी चलाती है।
—-अबतक 33 करोड़ से ज्यादा कीमत के सांप जहर जब्त
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बीएसएफ के अनुसार पिछले वर्ष जनवरी से लेकर दिसंबर 2021 तक बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के विभिन्न सीमा क्षेत्रों से 33 करोड़ से ज्यादा कीमत के सांप के जहर, पशु समेत अन्य तस्करी के सामग्री को जब्त किया गया। तस्करी के लिए ले जा रहे चार हजार से ज्यादा पशुओं को बरामद किया गया। वहीं 46577 बोतल कफ सिरप, लगभग तीन क्विंटल गांजा, 5101 याबा टैबलेट जब्त किए गए। इसके अलावा बीते वर्ष लगभग छह सौ ग्राम सोना, 33 किलोग्राम से ज्यादा चांदी व पांच अग्नेयास्त्र भी जब्त किया गया। आइजी ने बताया कि बीते वर्ष उत्तर फ्रंटियर के विभिन्न सीमाओं से 111 भारतीय नागरिक, 42 बांग्लादेशी नागरिकों को तस्करी के कोशिश करते पकडा गया। 289 लोगों को अवैध रूप से घुसपैठ करने की कोशिश में बीएसएफ द्वारा पकड़ा गया। 16 ऐसे बांग्लादेशी नागरिकों को बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश को सौंप दिया गया जो भूल व भारतीय सीमा में घुस आए थे।
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