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ममता बनर्जी पर भड़की हिन्दू महासभा, कहा ‘बौद्धिक रूप से दिवालिया’ हो गई हैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री

locationकोलकाताPublished: Jan 23, 2020 06:23:04 pm

अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने ममता बनर्जी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ‘बौद्धिक रूप से दिवालिया’ हो गई हैं। उन्हें हिन्दू महासभा और नेताजी के संबंध के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है…

ममता बनर्जी पर भड़की हिन्दू महासभा, कहा 'बौद्धिक रूप से दिवालिया' हो गई हैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री

ममता बनर्जी पर भड़की हिन्दू महासभा, कहा ‘बौद्धिक रूप से दिवालिया’ हो गई हैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री

कोलकाता
हिन्दू महासभा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने नेताजी को हिन्दू महासभा के नीतियों का विरोधी बताया है। अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने ममता बनर्जी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ‘बौद्धिक रूप से दिवालिया’ हो गई हैं। मोदी सरकार से लडऩे के लिए इतने नीचे स्तर पर आ गई है।
उन्हें हिन्दू महासभा और नेताजी के संबंध के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वह नेताजी को हिन्दू महसभा का विरोधी बता रही हैं। वास्तविकता यह है कि हिन्दू महासभा और वीर सावरकर नेताजी से आज़ाद फ़ौज की स्थापना करने का आग्रह किए थे। उन्होंने कहा कि लाला लाजपत राय के हिन्दू महासभा की छवि को धुमिल करने के लिए यह बयान दिया है।
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हिन्दू महासभा के संबंध में क्या बोली थीं ममता बनर्जी
सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर दार्जिलिंग में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने Hindu Mahasabha की ‘विभाजनकारी राजनीतिÓ का विरोध किया था। 12 मई 1940 को उन्होंने हिन्दू महासभा की निंदा की थी। नेताजी धर्मनिरपेक्ष और एकजुट भारत की खातिर लड़े थे, लेकिन अब धर्मनिरपेक्षता का पालन करने वालों को बाहर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उनका इशारा नरेन्द्र मोदी की सरकार की ओर था।
सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर दार्जिलिंग में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि नेताजी ने अपने संघर्ष के जरिए सर्वधर्म समभाव एवं एकजुट का संदेश दिए थे। सभी धर्मों का सम्मान और एकजुट भारत के लिए लडऩा उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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नेताजी की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने नेताजी की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार की तरह भाजपा की सरकार भी इस मामले में उदासीन है।
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नेताजी के लापता होने के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए सरकार गंभीर नहीं
उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाया कि नेताजी के लापता होने के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए सरकार गंभीर नहीं है। बनर्जी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने केवल कुछ ही गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया है। वास्तविकता में क्या हुआ था, यह पता लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए। यह शर्मिंदगी की बात है कि 70 वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद हम यह नहीं जान पाए हैं कि उनके साथ क्या हुआ था।
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