राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सर्राफ ने स्वागत करते हुए सम्मेलन के इतिहास, उदेश्यों एवं कार्यक्रमों के बारे में बताया। राजकुमार मिश्रा ने मेघवाल के जीवन का परिचय कराया। राज्य सभा सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि आने वाले समय में फिजूलखर्च बंद कर सादगीपूर्ण जीवन अपनाना चाहिए। विमल केडिया, नेपाल ने कहा कि मीटिंग मे उपस्थित रह कर उन्हें बहुत अच्छा लगा। वे प्रयास करेंगे कि नेपाल-भारत के मारवाड़ी समाज मिलकर काम करें। उपस्थित सभी राज्यों के अध्यक्ष/महामंत्री ने विचार व्यक्त किए। गोवर्धन गाडोदिया ने कहा कि तालाबंदी के कारण गंगा की सफाई हुई है। उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया कि इस तरह प्लानिंग की जानी चाहिए कि आगे से नदियों का दोहन तो हो पर शोषण न हो जिससे नदियां गन्दा न हो पाएं। मीटिंग के आयोजन एवं संचालन में सहयोग के लिए पवन गोयनका ने लक्ष्मीपत भूतोडिया, राजकुमार मिश्रा एवं दिल्ली प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन को विशेष धन्यवाद दिया।
अनेक राज्यों से आए अध्यक्ष
देश के अनेक राज्यों से आये अध्यक्षों में श्याम सुन्दर अग्रवाल- केरल, डॉ. सुभाष अग्रवाल-कर्नाटक, गोकुलचंद बजाज- गुजरात, अशोक मूंधड़ा -तमिलनाडु, रमेश बंग- तेलंगाना, गोविन्द अग्रवाल -उत्कल, ओम प्रकाश अग्रवाल -झारखण्ड, विनोद तोदी- बिहार, पुरुषोत्तम सिंघानिया -छत्तीसगढ़, नन्द किशोर अग्रवाल-पश्चिम बंगाल, मधुसूदन सीकरिया-पूर्वोत्तर, संतोष खेतान-उत्तराखण्ड, उमाशंकर अग्रवाल – उत्तरप्रदेश, लक्ष्मीपत भूतोडिया दिल्ली। प्रांतीय महामंत्री में महेश जालान- बिहार, अमर बंसल -छत्तीसगढ़, बसंत पोद्दार – दिल्ली, राहुल अग्रवाल-गुजरात, पवन शर्मा-झारखण्ड, ओमप्रकाश पोद्दार-कर्नाटक, राज कुमार तिवारी- पूर्वोत्तर, अशोक केडिया-तेलंगाना, जयदयाल अग्रवाल-उत्कल, संजय जाजोदिया-उत्तराखण्ड, लक्ष्मी चंद खेमका (अध्यक्ष) एवं विजय मुरारका (मंत्री ) -सतना, सुरेश पोद्दार, ओम प्रकाश अग्रवाल- गणगौर शाखा, जय किशन बजाज-बेंगलुरू आदि मौजूद रहे।