BENGAL CORONA ALERT: 70 दिन बाद अपने आराध्य का दीदार पा भक्तों की बही अश्रुधार
कोलकाताPublished: Jun 04, 2020 02:30:55 pm
श्याम मंदिर घुसुड़ीधाम में ग्यारस-बारस को शताधिक भक्तों ने किये दर्शन
BENGAL CORONA ALERT: 70 दिन बाद अपने आराध्य का दीदार पा भक्तों की बही अश्रुधार
BENGAL CORONA NEWS ALERT-कोलकाता. कोरोना महामारी सहित लॉकडाउन के दरम्यान 70 दिन बाद अपने आराध्य का दीदार पाकर श्याम मंदिर घुसुड़ीधाम में ग्यारस-बारस को भक्तों की अश्रुधार बहने लगी। ……‘मेरा सांवरे सबेरा तेरे नाम से, तेरे नाम से ही जिंदगी की शाम सांवरे, कभी रुठना न मुझसे तू श्याम सांवरे, मेरी जिंदगी है अब तेरे नाम सांवरे….’ इन मार्मिक पंक्तियों को गुनगुनाते दोनों हाथों को बाबा श्याम के सामने जोडक़र खड़ भक्त के आंखों अविरल बह रही आंसुओं ने यह प्रमाणित कर दिया कि लगातार 70 दिनों तक बंद मंदिर के कारण अपने आराध्य के लम्बे समय के बाद दीदार के साथ ही भक्तों के धैर्य का बांध भी टूट गया। मंदिर में मौजूद पुजारियों ने बताया कि अधिकांश भक्तों की यही दशा देखने को मिल रही है। बड़े उत्साह के साथ मंदिर में प्रवेश के बाद ज्योंहि भक्त बाबा श्याम के दरबार के समक्ष पहुंच रहे उनके आंखों से आंसू बहने लग जाते हैं। सभी भक्त बाबा से यही अरदास कर रहे हैं कि बाबा चाहे कुछ भी हो जाये अब फिर कभी अपने द्वार इस तरह से अपने भक्तों के लिए बंद मत करना। श्रद्धालु इस रोग को जल्द से जल्द इस दुनिया से दूर करने की भी अर्जी लगा रहे। मंदिर के प्रबंध न्यासी विनोद टिबड़ेवाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पुन: धार्मिक स्थलों को खोलने के साथ ही निर्धारित नियमों का यहां पर सख्ती से पालन हो रहा है। मंदिर में प्रवेश से पहले आगन्तुकों की थर्मल स्क्रिनिंग हो रही है और फिर उन्हें सैनेटाइज कर भेजा जा रहा। एक बार में केवल 8 भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा है और सोशल डिस्टेंशिंग के साथ केवल दर्शन की अनुमति ही दी जा रही है। 21 मार्च के बाद ग्यारस व बारस के दिन शताधिक श्रद्धालुओं ने जिस अनुशासन के साथ सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए दर्शन किये हैं उससे मंदिर प्रबंधन सभी श्रद्धालुओं के प्रति कृतज्ञ है। ग्यारस की शाम मंदिर के प्रमुख भजन प्रवाहक मनोज बालासिया ने बाबा श्याम की महिमा अपने सुरीले कंठ से गुणगान किया। मंदिर के मीडिया प्रभारी सुरेश कुमार भुवालका ने बताया कि मंदिर के देवेन्द्र कासुका की देखरेख में मंदिर से बाबा के श्रृंगार व आरती दर्शन घर बैठे भक्तों को मंदिर के अधिकृत सोशल मिडिया नेटवर्क के जरिए पूर्ववत होते रहेंगे।