CORONA EFFECT-कोरोना ने बदल दिया जीवन जीने का तरीका
कोलकाताPublished: Jul 08, 2020 05:38:11 pm
पत्रिका से खास बातचीत में बोले हावड़ा के प्रवासी राजस्थानी, बहुत कुछ सीखा और खोया भी
CORONA EFFECT-कोरोना ने बदल दिया जीवन जीने का तरीका
BENGAL CORONA EFFECT-कोलकाता/हावड़ा. चीन के वुआन शहर से गत साल शुरू होकर आज पूरी दुनिया में महामारी बन चुके कोरोना वायरस नोवेल कोविड19 ने हर क्षेत्र को तबाह कर रख दिया। शायद ही कोई ऐसा वर्ग हो, जो इसके कहर से अछूता रहा। कोरोना के संक्रमण रोकने के लिए लागू लॉकडाउन ने इंसान के जिंदगी जीने का तरीका ही बदलकर रख दिया। इससे जहां पुरुषों की दिनचर्या में काफी बदलाव आया वहीं दूसरी तरफ महिलाओं की जिम्मेदारी पहले से और ज्यादा बढ़ गई। पत्रिका से बुधवार शाम खास बातचीत में हावड़ा के प्रवासी राजस्थानियों ने यह राय व्यक्त की।
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घरों में रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहे थे। इस महामारी के कारण हमने बहुत कुछ सीखा और खोया भी। घर में खाना बनाने के साथ समाजसेवी पति के सामाजिक कार्यों में मदद करती हूं। कोरोना से सभी की दिनचर्या में आमूलचूल परिवर्तन आया सिवाय हम गृहणियों के। पहले बच्चों को स्कूल भेजने की आपाधापी रहती थी अब हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है।—–प्रियंका जैन.
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घरों में रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहे थे। इस महामारी के कारण हमने बहुत कुछ सीखा और खोया भी। विषम परिस्थिति में सीमित संसाधनों के साथ रह रहे थे और आर्थिक दृष्टि से काफी कुछ खोया भी। घर पर रहकर बच्चों की पढ़ाई में मदद की। लॉकडाउन में परिवार के और नजदीक ला दिया।—–नरेश कुमार अग्रवाल, कपड़ा व्यवसायी.
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पति और बच्चों के लिए स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में खुशी होती है। हमारी दुनिया पहले भी घर में ही सीमित थी लॉकडाउन के दौरान अन्तर आया। महिलाओं ने एक पैर पे खड़े रहकर सब की फरमाइशें पूरी की। जो सुकून इतना समय परिवार के साथ रहकर मिला उसे शब्दों में में बयां करना मुश्किल है। जितने दर्द में पुरुष कराहने लग जाते हैं उतना दर्द तो हम भारतीय महिलाएं चाय में घोलकर पी जाती हैं।—-उषा बजाज.
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अचानक आई इस महामारी के कारण सभी लोगों से परिचित हो गए। कठिन घडिय़ों में पूरे परिवार को एक रखने की क्षमता केवल भारतीय महिलाओं में है। नकारात्मक खबरों के बीच परिजनों में सकारात्मक ऊर्जा बनाये रखना बेहद मुश्किल था पर हमने कर दिखाया। लॉकडाउन ने हम सब को परिवार के और नजदीक ला दिया।——रेनू कुंडलिया.
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कोरोना महामारी के बाद से जिंदगी ही बदल गई। लॉकडाउन के बाद से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, घर पर रह कर खर्चा बढ़ता जा रहा दूसरी ओर कमाई का कोई साधन नहीं। इस महामारी में प्रत्येक वर्ग के लोगों पर प्रभाव पड़ा विशेष कर मज़दूर काफी परेशान हुए। आने वाले समय में भगवान से प्रार्थना करता हूं कि हम में से कोई भी इस महामारी से ग्रसित न हो।—अमित जैन (मोबाइल स्टोर).