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WEST BENGAL-महालया के दिन ही पूजा, विसर्जन

locationकोलकाताPublished: Sep 19, 2020 07:46:28 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

एक दिन की हुई अनोखी महालया दुर्गापूजा , आसनसोल के बर्नपुर के धेनुआ में आयोजन

WEST BENGAL-महालया के दिन ही पूजा, विसर्जन

WEST BENGAL-महालया के दिन ही पूजा, विसर्जन

BENGAL CORONA EFFECT–कोलकाता. पश्चिम बंगाल के आसनसोल के बर्नपुर स्थित धेनुआ गांव में एक दिन की अनोखी महालया दुर्गापूजा हुई।गांव में एक दिवसीय दुर्गापूजा में महालया के दिन ही दुर्गापूजा का आयोजन और विसर्जन हो गया। इस दिन प्रत्येक घंटा को एक दिन मानकर षष्ठी से दशमी तक की पूजा हुई। पिछले 47 वर्षो से इस अनोखी दुर्गापूजा का आयोजन हो रहा।पूजा का आयोजन पितृ पक्ष में होता है। इसमें दुर्गा के कुंआरे रूप के साथ उनकी सखा जया और विजया की पूजा होती है कोरोना संकट के कारण इस अनोखी दुर्गापूजा को सादगी के साथ किया गया।बर्नपुर के कालाझरिया दामोदर नदी किनारे स्थित धेनुआ गांव के काली कृष्ण योगाश्रम में गुरुवार को महालया दुर्गापूजा हुई। इसको महालया दुर्गापूजा के नाम से भी जाना जाता है। इस तरह की अनोखी एक दिवसीय दुर्गापूजा एक मात्र असम और दूसरी यहां होती है जिसे देखने दूरदराज से लोग आते हैं।
__1973 से अनोखाी दुर्गापूजा
कालीकृष्ण आश्रम के वरिष्ठ सदस्य दक्षिणेश्वर मंडल ने ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 1973 से धेनुआ गांव के काली कृष्ण योगाश्रम में यह पूजा होती आ रही जिसकी शुरूआत सत्यानंद बह्माचारी ने की थी। 1977 में असम से आए तेजानंद ब्रह्माचारी ने इस पूजा की फिर से शुरुआत की। 2003 में उनके निधन के बाद आश्रम में गौरी केदारनाथ मंदिर कमेटी के तत्वावधान में पूजा हो रही विधिवत रूप से पूजा के साथ ही यहां घट का विसर्जन भी कर दिया गया। ग्रामीणों के दर्शन के लिए प्रतिमा को 7 दिनों तक मंदिर में ही रखा जाएगा।

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