DURGA-PUJA-महानगर के इंजीनियरिंग छात्र घोषाल ने खोज निकाला मां दुर्गा को घर-घर पहुंचाने का अनूठा तरीका , बना डाला आमार घोरिओ दुर्गा (मेरे घर में भी दुर्गा) एप्लिकेशन
WEST BENGAL DURGA-PUJA-आमार घोरिओ दुर्गा (मेरे घर में भी दुर्गा)
KOLKATA DURGA-PUJA-कोलकाता।. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस नोवेल कोविड-19 काल में अब महानगर वासियों को बगैर पूजा पंडाल गए घर बैठे ही मां दुर्गा के दर्शन होंगे। कोविड-19 संक्रमण काल के कारण दुर्गा पूजा के दौरान ज्यादातर लोग खासकर बुजुर्ग पंडाल में मां दुर्गा के दर्शन के लिए बाहर नहीं जा पाएंगे। इसे देखते हुए महानगर के इंजीनियरिंग छात्र श्रेयस्करम घोषाल ने अपने सहयोगियों की टीम (राजदीप रॉय चौधरी, आयुष माजी, शोहम भट्टाचार्य और देवकल्प सरकार) के साथ मां दुर्गा को घर-घर में पहुंचाने का एक अनूठा तरीका खोज निकाला। इसके तहत उसने आमार घोरिओ दुर्गा (मेरे घर में भी दुर्गा) नामक एक एप्लिकेशन बनाया है।लेक गार्डेन निवासी घोषाल ने बुधवार रात पत्रिका से खास बातचीत में इसका खुलासा किया। यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनयरिंग एंड मैनेजमेंट जयपुर से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक कर रहे घोषाल ने बताया कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उसने दुर्गा पूजा में बुजुर्गों को वायरस से सुरक्षित बचाते हुए घर बैठे ही पूजा का अहसास दिलाने का निश्चय किया था। इस काम में वह पिछले ढाई साल से जुटा हुआ था। आमार घोरिओ दुर्गा (मेरे घर में भी दुर्गा) एप्लीकेशन प्ले स्टोर में उपलब्ध है। यह एप्लीकेशन ऑगमेंटेड रिएलिटी टेक्नोलॉजी के माध्यम से बनाया गया है।
देश में पहला ऐसा एप यह एप्लीकेशन किसी को भी मां दुर्गा मूर्ति को अपने घरों में स्थापित करने में सक्षम बनाता है। पहले एप्लीकेशन खोल कर उसे एक क्षैतिज सतह पर टैप करना होगा और मूर्ति दिखाई देगी। हर कोई सभी प्रकार के कोणों से देवी दुर्गा को देख सकता है और अपने घरों से दुर्गा दर्शन कर सकता है। उसने कहा कि वैसे तो भारत में अनेक प्रकार के एप्लिकेशन स्मार्टफोन पर मौजूद हैं। लेकिन पूजा-त्योहार परपंरा का घर पर ही प्रत्यक्ष अहसास कराने वाला आमार घोरिओ दुर्गा एप्लीकेशन देश में पहला ऐसा एप है। यह एप्लिकेशन एआर फ़ाउंडेशन नामक एक सॉफ़्टवेयर के साथ बनाया गया है। जिसका स्मार्टफ़ोन के साथ संगत है।