CHATH-PUJA-बढ़ गई छठ पूजा की रौनक
WEST BENGAL CHATH--शुरू हुआ गंगा घाटों पर सफाई अभियान, घाट पर कम लोगों के जाने से श्रद्धालु और छोटे व्यवसायी भी निराश

BENGAL CHATH-PARV-कोलकाता. धनतेरस, दीपावली से भाई दूज तक चलने वाले 5 प्रकाशोत्सव के खत्म होते ही अब महानगर में छठ पूजा की रौनक बढ़ गई। छठ पूजा नहाय खाय के साथ १८ नवंबर से शुरू होगी। ऐसे में बाजार में पूजन सामग्री खरीदने वालों की भीड़ उमडऩे लगी है। उधर गंगा घाटों पर सफाई अभियान शुरू हो गया है। केएमडीए ५५ अस्थाई घाट छठ पूजा के लिए बना रहा है। महानगर समेत हावड़ा, गोलाबाड़ी, सलकिया, नंदी बागान, बांधाघाट, शिवपुर आदि बिहार प्रवासी बहुल इलाकों में आस्था और श्रद्धा के पर्व छठ पूजा की रौनक शरू हो गई है। पूरी शुद्धता के साथ उत्तर भारत में प्रमुखता से मनाया जाने वाले छठ पर सूर्य को अघ्र्य देने और गंगा की पूजा का महापर्व कोलकाता सहित बंगाल के अन्य हिस्सों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। हालांकि कोरोना काल में मनाए जा रहे त्योहारों में छठ पूजा भी शामिल हैं जिसका मलाल छठ व्रतियों सहित सूप, फल, पूजन सामग्री आदि विक्रेताओं को भी है। नूतन बाजार के सूप विक्रेता आनंद सोनकर ने बताया कि कोविड-19 की वजह से जारी दिशा निर्देश का पालन करने के कारण इस वर्ष कम श्रद्धालु ही घाट पर जाएंगे। इसलिए हर साल की अपेक्षा इस साल सूप की मांग बहुत कम है। लिलुआ निवासी दीपक झा ने बताया कि हर साल छठ पूजा पर पूरे परिवार के साथ गंगा घाट जा कर पूजा करते थे लेकिन इस बार अलग परिस्थितियों के कारण घर पर ही सांकेतिक पूजा कर भगवान सूर्य को अघ्र्य देंगे। वही हावड़ा निवासी सरिता सिंह ने बताया कि इस प्रकार छठ पूजा मनाना काफी खल रहा है लेकिन श्रद्धा और पूजा में किसी तरह की कोई कमी नहीं है। हम पूरे उत्साह के साथ छठ मैया की पूजा करेंगे।
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