अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के 26वें राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा मारवाड़ी न केवल उद्यमशील बल्कि हर क्षेत्र में अव्वल होते हैं
WEST BENGAL NEWS-देश के सामाजिक—आर्थिक विकास में मारवाड़ी समाज का योगदान अतुलनीय–द्रौपदी मुर्मू
BENGAL NEWS-कोलकाता। देश एवं प्रदेश को मजबूती प्रदान करने में मारवाड़ी समाज का योगदान अतुलनीय है। वे जहां कहीं भी जाते हैं, वहां के समाज एवं परंपरा को अपना लेते हैं और उसके सार्थक विकास के लिए पहल करते हैं। वो सिर्फ आर्थिक विकास की ही नहीं सोचते, बल्कि समाज के सर्वांगीण विकास का कार्य करते हैं। झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के आतिथ्य में आयोजित अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के 26वें राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में यह बात कही। दो दिवसीय समारोह का आयोजन 21 एवं 22 नवम्बर को हरमू रोड, रांची स्थित मारवाड़ी सम्मेलन भवन में किया गया। मुर्मू ने कहा कि मारवाड़ी न केवल उद्यमशील होते हैं बल्कि हर क्षेत्र में अव्वल होते हैं। इनका बहुआयामी उद्देश्य सराहनीय है।अधिवेशन का शुभारम्भ राज्यपाल द्वारा उपस्थित अन्य गणमान्यों के साथ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। विशिष्ट अतिथि एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि देश के उत्थान में मारवाड़ी समाज के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। सेवा—भाव का पर्याय है मारवाड़ी समाज। कोरोनाकाल में इन्होंने जो किया और कर रहे हैं, वो अनुकरणीय है। निर्वाचित अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद गाड़ोदिया ने निवर्तमान अध्यक्ष संतोष सराफ द्वारा वर्चुअल तरीके से राष्ट्रीय अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। संतोष सराफ की तरफ से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राज पुरोहित एवं पवन गोयनका ने माल्यार्पण कर गाड़ोदिया को पदभार सौंपा। गाड़ोदिया ने कहा कि अपने संस्कार—संस्कृति को अक्षुण्ण रखते हुए हमें बदलते सामाजिक परिदृश्य में अनुकूल कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन को और ऊँचाईयों पर ले जाने में उन्हें सबके सहयोग की आवश्यकता होगी। निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सराफ ने अपने वक्तव्य में गाड़ोदिया को बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि अपने कार्यकाल में ये संगठन को और मजबूती प्रदान करें एवं सामाजिक कुरीतियों के निवारण की दिशा में और पहल करें। प्रमुख वक्ता, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं समाजचिंतक सीताराम शर्मा ने कहा कि झारखंड के लोगों के लिए गौरव की बात है कि प्रादेशिक आतिथ्य में चौथी बार सम्मेलन का अधिवेशन यहां हो रहा है और यहां से तीसरी बार सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन हुआ है। उन्होंने राज्यपाल को पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करने के लिए बधाई देते हुए उनके राष्ट्रपति पद को सुशोभित करने की कामना की। प्रमुख अतिथि समाजसेविका एवं उद्योगपति अलका बांगड़ ने अपने वक्तव्य में कहा कि कोरोना ने हमें बता दिया कि जीवन क्षणभंगुर है। उन्होंने महिला शिक्षा एवं अन्य सामाजिक कुरीतियों को दूर करने की दिशा में समाज को और आगे आने के लिए प्रेरित किया। समारोह के दूसरे दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष गोवर्धन गाड़ोदिया ने सम्मेलन के अनुभवी कार्यकर्ता संजय हरलालका को राष्ट्रीय महामंत्री बनाने की घोषणा की जिसका सभी ने करतल ध्वनियों से स्वागत किया। पेशे से पत्रकार हरलालका 13 वर्षों से सम्मेलन से जुड़े हैं तथा तीन बार राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री तथा दो बार बतौर राष्ट्रीय संगठन मंत्री जिम्मेदारी का निर्वहन कर चुके हैं। समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि मारवाड़ी समाज का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है और भविष्य भी उज्जवल है। सम्मेलन का नेतृत्व ऐसे लोगों ने किया है जिनका राष्ट्र के उत्थान में अमूल्य योगदान है। मारवाड़ी समाज देश के औद्योगिक विकास, राष्ट्रहित एवं सेवा सहित समाज के सर्वांगीण विकास में अग्रणी रहा है। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि विषम परिस्थितियों में आगे बढऩा सिखाता है मारवाड़ी समाज।
हजारों सदस्य इस सम्मेलन के साक्षी बने समारोह के स्वागताध्यक्ष विनय सरावगी ने राजस्थानी भाषा, लोक—परम्परा, संस्कार—संस्कृति आदि को जरूरी बताते हुए अपने घरों में इनके अनुपालन की बात कही। बसंत मित्तल, रवि शर्मा, मीनाक्षी शर्मा की भी भूमिका सक्रिय रही। धन्यवाद—ज्ञापन स्वागत मंत्री सुरेश अग्रवाल ने किया। पूर्व अध्यक्ष नन्दलाल रुंगटा, रामअवतार पोद्दार, प्रह्लादराय अगरवाल, आत्माराम सोन्थलिया सहित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राज पुरोहित (महाराष्ट्र), पवन गोयनका (दिल्ली), राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कैलाशपति तोदी, बिह्रार प्रदेश अध्यक्ष महेश जालान, उत्कल प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द प्रसाद अग्रवाल तथा केन्द्रीय—प्रांतीय पदाधिकारी सहित पूरे देश से हजारों सदस्य इस सम्मेलन के साक्षी बने।