Luxury River Cruise----पैसा कमाना मकसद नहीं, बल्कि गंगा रहे साफ-निर्मल--सिंह
पत्रिका से खास बातचीत में बोले Exotic Heritage Group (इग्जॉटिक हेरिटेज ग्रुप) के चेयरपर्सन राज सिंह, कोविड-19 काल में नुकसान के बावजूद अपने किसी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकला, दुनिया के नक्शे पर गंगा को अहम स्थान दिलाया, आजादी के बाद पहली बार देश में शुरू की क्रूज सेवा, भरतपुर राजघराने के सदस्य हैं प्रवासी राजस्थानी उद्योगपति सिंह

Luxury River Cruise Ganges Voyager 2 कोलकाता। महज पैसा कमाना ही मकसद नहीं, बल्कि गंगा को साफ-निर्मल रखना लक्ष्य है। पर्यटन को लेकर रविवार शाम गंगा की लहरों पर क्रूज सेवा के दौरान आयोजित एक कार्यक्रम में इग्जॉटिक हेरिटेज ग्रुप (विदेशी विरासत समूह) के चेयरपर्सन राज सिंह ने पत्रिका से खास बातचीत में यह बेबाक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस नोवेल कोविड-19 काल में उनके क्रूज सर्विस के संचालन में भी नुकसान हुआ। लेकिन इसके बावजूद उनके किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं हटाया गया। सिंह ने कहा कि यदि आपकी आत्मा साफ नहीं व विचार अशुद्ध हैं तो गंगा स्नान का कोई महत्व नहीं। आजादी के बाद पहली बार देश में क्रूज सेवा शुरू करने वाले सिंह ने कहा कि इसमें पर्यटन के लिए काफी संभावनाएं हैं। पूर्वी भारत के प्राचीन नदी मार्गों खासकर गंगा के साथ यात्रा को यादगार बनाने के लिए उन्होंने 2010 में कोलकाता से वाराणसी तक क्रूज सेवा शुरू की थी। राजस्थान के भरतपुर राजघराने के सदस्य प्रवासी राजस्थानी उद्योगपति सिंह का दुनिया के नक्शे पर गंगा को अहम स्थान दिलाने में मुख्य भूमिका रही है। कोलकाता से बनारस व ढाका तक गंगा में क्रूज सेवा शुरू करने में इनका मुख्य योगदान है। क्रूज के माध्यम से प्राचीन भारतीय संस्कृति को बनाए रखने के तहत दुनिया के ६ बड़े रिवर क्रूजर में इनके क्रूज शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उनके क्रूज में सीवरेज प्लांट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट समेत साइलेंसर भी लगे हैं। इससे गंगा प्रदूषण मुक्त रहती है साथ ही अधिक शोर की ध्वनि भी नहीं होती। उन्होंने कहा कि हमारी नदियां साफ-स्वच्छ रहें यही उनका उद्द्ेश्य है। क्रूज में अधिक संभावनाएं हैं और राजस्थान के खाली पड़े लेक में भी बोट चलाने की उनकी योजना है। फिलहाल उनके पास 5 नदी जहाज हैं लेकिन अगले 5 वर्षों में 25 की योजना है। सिंह ने कहा कि 2019 में भारत-बांग्लादेश के बीच क्रूज सेवा दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण क्षण था। जब पहली बार जल मार्ग दो सरकारों द्वारा खोला गया इसलिए लोग दोनों तरफ के लोग यात्रा कर सकते हैं।
ये थे मौजूद
केन्द्रीय सरकार के पर्यटन मंत्रालय की एडीजी रूपिंदर बरार, उनके साथ कई आईएएस, आईआरएस, राजस्थान पर्यटन विकास निगम कोलकाता के प्रभारी अधिकारी हिंगलाज दान रतनू, प्रवासी राजस्थानी उद्योगपति संजय बरडिया सहित पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी नेहा चटर्जी, सुमाना पॉल भी मौजूद थीं।

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