कोविड नियमों के साथ खोले जाएं वेस्ट बंगाल डाक्टर्स फोरम (डब्ल्यूबीडीएफ) की ओर से डा. कौशिक चाकी ने कहा कि जब सब खुल रहा है तो शिक्षा सबसे जरूरी चीज है। कोविड नियमों के साथ स्कूल-कालेज खोले जाने चाहिये।
पहले बड़ी फिर छोटी क्लासेज उसके बाद धीरे-धीरे छोटी क्लास की पढ़ा
चाकी का कहना है कि पहले सीनियर क्लासेज जैसे 9 से 12 और उसके बाद धीरे-धीरे छोटी क्लास की पढ़ाई भी चालू की जानी चाहिये। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी भी सूरत में वर्चुअल शिक्षा स्थायी समाधान कभी नहीं हो सकता। बहुत सावधानी बरतते हुए अब शिक्षा संस्थानों को खोले जाने का समय आ गया है। स्कूल, कालेज बंद हुए 2 वर्ष पूरे हो जाएंगे।।छात्रों का भविष्य पूरी तरह नष्ट हो रहा है। साथ ही उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा। छात्र मोबाइल, लैपटाप, कंप्यूटर आदि पर अधिक समय दे रहे हैं।
चाकी का कहना है कि पहले सीनियर क्लासेज जैसे 9 से 12 और उसके बाद धीरे-धीरे छोटी क्लास की पढ़ाई भी चालू की जानी चाहिये। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी भी सूरत में वर्चुअल शिक्षा स्थायी समाधान कभी नहीं हो सकता। बहुत सावधानी बरतते हुए अब शिक्षा संस्थानों को खोले जाने का समय आ गया है। स्कूल, कालेज बंद हुए 2 वर्ष पूरे हो जाएंगे।।छात्रों का भविष्य पूरी तरह नष्ट हो रहा है। साथ ही उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा। छात्र मोबाइल, लैपटाप, कंप्यूटर आदि पर अधिक समय दे रहे हैं।
समग्र विकास पर असर अभिभावक डा . निशि प्रकाश ने कहा कि जिन बच्चों को अभी वैक्सीन नहीं लग सकती उनके लिए स्कूल खोलना ठीक नहीं होगा। लेकिन जिन बच्चों को वैक्सीन लग रही है उन्हें शिक्षकों के फिजिकल गाइडेंस की आवश्यकता है। स्कूल नहीं जाने का असर छात्रों के समग्र विकास पर पड़ रहा है और छात्रों का भविष्य नष्ट हो रहा है।
इनका कहना है।
***** राज्य में कोविड परिस्थितियों पर चर्चा जारी है । सीएम से बातचीत कर उनके निर्देशाअनुसार ही उचित समय पर स्कूल खोले जाने के संबध में निर्णय किया जाएगा।"
शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु
***** राज्य में कोविड परिस्थितियों पर चर्चा जारी है । सीएम से बातचीत कर उनके निर्देशाअनुसार ही उचित समय पर स्कूल खोले जाने के संबध में निर्णय किया जाएगा।"
शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु