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16 से शुरू हो रहे बंगाल समिट से तीन लाख करोड़ का निवेश जुटाने का है लक्ष्य

locationकोलकाताPublished: Jan 14, 2018 09:29:49 pm

Submitted by:

Manoj Singh

इटली, पोलैण्ड और चीन की दर्जनों कंपनियां लेंगी हिस्सा

kolkata

कोलकाता.

पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से आयोजित दो दिवसीय औद्योगिक सम्मेलन बंगाल ग्लोबल समिट 16 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। आयोजनस्थल राजारहाट न्यूटाउन मूवमेंट प्लान को सजाने का काम जोरों पर है। राज्य सरकार ने सम्मेलन के जरिए बंगाल में करीब तीन लाख करोड़ का निवेश लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। समिट में कई देशों के प्रतिनिधिमंडल के साथ विदेशी कंपनियों को आमंत्रित किया है।
राज्य के वित्त और उद्योग मंत्री अमित मित्रा के अनुसार लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सरकार ने एक साल से तैयारी की है। सम्मेलन में हिस्सा लेने वालों के उत्साह को देखते हुए सरकार को लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद है।
दूसरी ओर घरेलू कंपनियों के साथ ही दूसरे देश और बड़ी संख्या में विदेशी कंपनियांें ने भी समिट में हिस्सा लेने कीइच्छा जाहिर की है। समिट में हिस्सा लेने वाली विदेशी कंपनियों में सबसे अधिक इटली, पोलैण्ड और चीन की कंपनियां है। इसके अलावा संभावनाएं तलाशने के लिए इस बार पोलैण्ड का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि दल भी हिस्सा लेने आ रहा है। पोलैण्ड इस बार बंगाल ग्लोबल समिट का पार्टनर है।
इटली के भारतीय दूतावास के अनुसार इटली की 30 कंपनियां सम्मेलन में हिस्सा लेंगी। इनमें से अधिकतर कंपनियां परिवहन, बुनियादी ढांचा, मेटल और चमड़ा उद्योग से जुड़ी हुई हंै। पोलैण्ड के दल में वहां के उप विदेश मंत्री मरेक मैगीरोस्की, उप ऊर्जा मंत्री शामिल हैं। पोलैण्ड के भारतीय दूतावास की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बंगाल बिजनेस समिट में हिस्सा लेने के लिए पोलैण्ड के प्रतिनिधि दल में वहां के उप ऊर्जा मंत्री गर्जेगोर्ज तोबीगोवस्की, भारत में पोलैण्ड के राजदूत एडम बुराकोवस्की, कोलकाता में वहां के ऑनरेरी कांउसल जनरल और ईमामी समूह के चेयरमैन मोहन गोयनका शामिल होंगे। पोलैण्ड दूतावास से मिली जानकारी के अनुसार औद्योगिक सम्मेलन के दौरान पोलैण्ड की कंपनी सिलेसिया और पश्चिम बंगाल सरकार के प्रतिनिधि परस्पर सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके साथ ही उनके देश की कंपनियां अपनी सेवाएं, उत्पादों और तकनीकी ऑफर करेंगी। औद्योगिक सम्मेलन में चीन भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने जा रहा है। चीन के तीन प्रतिनिधि इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कोलकाता आ रहे हैं और उनके साथ वहां की 30 कंपनियों के प्रतिनिधि भी यहां आएंगे। इनमें से 10 कंपनियां पहली बार भारत के किसी राज्य में निवेश करने के उद्देश्य से भारत आ रही हैं। इनमें से चार कंपनिया जैंग्सु, चार शैंडोंग की और दो यूनान राज्य की हैं। बाकि 20 कंपनियों की भारत में पहले से कई योजनाएं चल रही हैं।
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