– रोजगार का अवसर प्रदान करना लक्ष्य
कोलकाता. पश्चिम बंगाल सरकार कन्याश्री युवतियों को प्रशिक्षण देने जा रही है। रोजगार का अवसर प्रदान करने के अलावा उन्हें स्वावलम्बी बनाने के लिए शिक्षा विभाग के अंतर्गत सरकारी और गैर सरकारी विभिन्न संस्थाएं प्रशिक्षण की व्यवस्था करेगी। राज्य के तकनीक शिक्षा विभाग के मंत्री पुर्णेन्दू बसु ने बताया कि आईटी के दौर में कन्याश्री युवतियों को तकनीकी तौर पर अपडेट करने के लिए उन्हें सरकार के सहयोग से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। वर्तमान तकनीक से तालमेल रखते हुए सरकार कन्याश्री युवतियों को मोबाइल फोन, लैपटॉप, कम्प्यूटर, एलसीडी टीवी सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की मरम्मत का प्रशिक्षण देगी। जिसके बाद उन्हें रोजगार मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। तकनीक शिक्षा मंत्री बसु ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रशिक्षण देने वाली निजी संस्थानों के समक्ष 70 फीसदी कन्याश्री युवतियों को रोजगार देने की शर्त रखी है। उनके अनुसार ग्रामीण स्तर पर सक्रिय स्वनिर्भर समूह की महिलाओं को भी प्रशिक्षण के दायरे में लाया जाएगा। तकनीक शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार कन्याश्री को केवल आर्थिक सहायता देती रही है, और अब उन्हें तकनीकी तौर पर भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
कोलकाता. पश्चिम बंगाल सरकार कन्याश्री युवतियों को प्रशिक्षण देने जा रही है। रोजगार का अवसर प्रदान करने के अलावा उन्हें स्वावलम्बी बनाने के लिए शिक्षा विभाग के अंतर्गत सरकारी और गैर सरकारी विभिन्न संस्थाएं प्रशिक्षण की व्यवस्था करेगी। राज्य के तकनीक शिक्षा विभाग के मंत्री पुर्णेन्दू बसु ने बताया कि आईटी के दौर में कन्याश्री युवतियों को तकनीकी तौर पर अपडेट करने के लिए उन्हें सरकार के सहयोग से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। वर्तमान तकनीक से तालमेल रखते हुए सरकार कन्याश्री युवतियों को मोबाइल फोन, लैपटॉप, कम्प्यूटर, एलसीडी टीवी सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की मरम्मत का प्रशिक्षण देगी। जिसके बाद उन्हें रोजगार मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। तकनीक शिक्षा मंत्री बसु ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रशिक्षण देने वाली निजी संस्थानों के समक्ष 70 फीसदी कन्याश्री युवतियों को रोजगार देने की शर्त रखी है। उनके अनुसार ग्रामीण स्तर पर सक्रिय स्वनिर्भर समूह की महिलाओं को भी प्रशिक्षण के दायरे में लाया जाएगा। तकनीक शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार कन्याश्री को केवल आर्थिक सहायता देती रही है, और अब उन्हें तकनीकी तौर पर भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
——– इजमा के चेयरमैन बने पोद्दार – एजीएम में नई कार्यकारिणी घोषित
कोलकाता. जूट मिल मालिकों का संगठन इजमा ने बजबज कम्पनी लि. के प्रबंध निदेशक मनीष पोद्दार को वर्ष 2018-19 के लिए चेयरमैन निर्वाचित किया है। संगठन के 133 वां सालाना साधारण सभा (एजीएम) के दौरान चेयरमैन निर्वाचन के अलावा नई कार्यकारिणी सदस्यों को चुना गया। संगठन के सूत्रों ने बताया कि सभा में जूट उद्योग की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई। एजीएम में उपस्थित सदस्य उद्योग के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों को एकजुटता के साथ मुकाबला करने पर जोर दिया। इजमा की नई कार्यकारिणी में राघवेन्द्र गुप्ता (डिप्टी चेयरमैन), अजय कुमार तोदी व रिषभ काजरिया (वाइस चेयरमैन) निर्वाचित किए गए। 10 सदस्यीय कमेटी में ए.के. लोहिया, ए.के. कांकरिया, संजय काजरिया, आशुतोष भगत, डी.सी. बाहेती, घीसाराम वर्मा, जगदीश सारडा, आर.के.पोद्दार, संजय हाडा और उत्कर्ष कानोडिय़ा शामिल हैं। जबकि श्रीकुमार तोषनीवाल, धन कुमार पाटनी, सुमंत पोद्दार और हर्ष नाहटा का चयन मनोनीत सदस्य के रूप में किया गया। जी.एल. चिरानिया और बी. श्यामसुखा विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किए गए हैं। इजमा के नवनिर्वाचित चेयरमैन पोद्दार ने पत्रिका को बताया कि टाट के बोरे का मूल्य निर्धारण का मामला तथा सरकारी ऑर्डरों को सही तरीके से पूरा करना, बांग्लादेश से अवैध तरीके से आयातित जूट उत्पादों पर अंकुश लगाना तथा जूट उद्योग को स्वनिर्भरता प्रदान करने की दिशा में आगे बढऩा हमारी प्राथमिकता होगी। ताकि जूट उद्योग से जुड़े किसान, श्रमिक, जूट के कारोबारी बच सकें।
कोलकाता. जूट मिल मालिकों का संगठन इजमा ने बजबज कम्पनी लि. के प्रबंध निदेशक मनीष पोद्दार को वर्ष 2018-19 के लिए चेयरमैन निर्वाचित किया है। संगठन के 133 वां सालाना साधारण सभा (एजीएम) के दौरान चेयरमैन निर्वाचन के अलावा नई कार्यकारिणी सदस्यों को चुना गया। संगठन के सूत्रों ने बताया कि सभा में जूट उद्योग की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई। एजीएम में उपस्थित सदस्य उद्योग के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों को एकजुटता के साथ मुकाबला करने पर जोर दिया। इजमा की नई कार्यकारिणी में राघवेन्द्र गुप्ता (डिप्टी चेयरमैन), अजय कुमार तोदी व रिषभ काजरिया (वाइस चेयरमैन) निर्वाचित किए गए। 10 सदस्यीय कमेटी में ए.के. लोहिया, ए.के. कांकरिया, संजय काजरिया, आशुतोष भगत, डी.सी. बाहेती, घीसाराम वर्मा, जगदीश सारडा, आर.के.पोद्दार, संजय हाडा और उत्कर्ष कानोडिय़ा शामिल हैं। जबकि श्रीकुमार तोषनीवाल, धन कुमार पाटनी, सुमंत पोद्दार और हर्ष नाहटा का चयन मनोनीत सदस्य के रूप में किया गया। जी.एल. चिरानिया और बी. श्यामसुखा विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किए गए हैं। इजमा के नवनिर्वाचित चेयरमैन पोद्दार ने पत्रिका को बताया कि टाट के बोरे का मूल्य निर्धारण का मामला तथा सरकारी ऑर्डरों को सही तरीके से पूरा करना, बांग्लादेश से अवैध तरीके से आयातित जूट उत्पादों पर अंकुश लगाना तथा जूट उद्योग को स्वनिर्भरता प्रदान करने की दिशा में आगे बढऩा हमारी प्राथमिकता होगी। ताकि जूट उद्योग से जुड़े किसान, श्रमिक, जूट के कारोबारी बच सकें।