राज्यपाल ने अपने नोटिस के माध्यम से वीसी से यह जानना चाहा कि 14 फरवरी को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित तीसरे दीक्षांत समारोह में चांसलर की हैसियत से उन्हें आमंत्रित नहीं किए जाने का कारण पूछा। इससे पहले राज्यपाल ने सुबह सोशल नेटवर्क ट्वीटर पर उक्त विवि. के दीक्षांत समारोह के आमंत्रण पत्र में राज्यपाल का नाम नहीं होने तथा जनप्रतिनिधियों के नाम होने पर दुख प्रकट किया था।
राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल धनखड़ ने पंचानन विश्वविद्यालय के वीसी मुखोपाध्याय के नाम जारी कारण बताओ नोटिस में कहा है कि वह इसका उत्तर यथाशीघ्र दें। वीसी के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर राज्यपाल 28 फरवरी को राजभवन में तलब भी कर सकते हैं।
राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह को लेकर विवि. की तमाम औपचारिकताओं को ताक पर रखने तथा चांसलर की उपेक्षा करने को अनुशासनहीनता करार दिया है। राज्यपाल ने वीसी से पूछा कि अपनी ड्यूटी के प्रति ईमानदारी नहीं बरतने के चलते क्यों ना उन्हें वीसी के पद से हटा दिए जाएं।