पहले भी की है बातचीत की पेशकश:
राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि ऐसा वह पहली बार नहीं कह रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने सीएम को पत्र लिख विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की पेशकश की है। पिछले दिनों उनकी सीएम से फोन पर भी बात हुई। राज्यपाल के वर्तमान तेवर से राजभवन और राज्य प्रशासन के बीच गतिरोध समाप्त होने का संकेत माना जा रहा है।
स्वागत को तैयार थे मार्शल व अधिकारी:
राज्यपाल का काफिला उनके लिए निर्धारित गेट नंबर ३ से विधानसभा में प्रवेश किया। जहां मार्शल के साथ विधानसभा सचिवालय के शीर्ष अधिकारियों के अलावा विभिन्न दलों के विधायकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। बिजनेस एडवाइजरी (बीए) कमेटी की बैठक में व्यस्त रहने के कारण विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी उनकी आगवानी करने नहीं आ सके। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को विधानसभा में आने पर प्रशासनिक उपेक्षा से क्षुब्ध राज्यपाल ने लोकतंत्र के लिए बहुत दुखद बताया था। विधानसभा अध्यक्ष के प्रति कड़ा तेवर दिखाने के २४ घंटे बाद राज्यपाल धनखड़ उनके प्रति काफी नरमी दिखाई। राज्यपाल ने कहा कि अध्यक्ष ने मुझे सूचित किया था कि वह बीए कमेटी की बैठक तथा सत्र के संचालन को लेकर व्यस्त रहेंगे। उन्होंने राज्यपाल का पूरा ध्यान रखने का भरोसा दिया था।