स्थानीय सूत्रों के अनुसार महिला का गांव के एक युवक के साथ अवैध संबंध था। कुछ दिन पहले महिला ने युवक के साथ अपना संबंध तोड़ लिया था। इसे मायूस होकर गरुवार शाम उक्त युवक ने आत्महत्या कर ली थी। शुक्रवार शाम को मृत युवक के परिजनों ने समाज के ठिकेदारों की अगुआई में ग्रामसभा बुलाई। महिला को घर से खींच कर सभा में लाए। वहां से उसे बेरहमी से मारापीटा गया। फिर निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाए। उनके चंगुल से छुटने के बाद महिला उसी हालत में पुलिस फांडी पहुंची। फिर पुलिस ने उसके तन को ढका।
महिला को मारने-पीटने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। सबसे शर्मनाक बात यह है कि दिन के उजाले में महिला पर यह गैर-कानूनी और अमानवीय अत्याचार किया गया, लेकिन किसी ने इसके खिलाफ एक शब्द तक नहीं बोला।
महिला को मारने-पीटने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। सबसे शर्मनाक बात यह है कि दिन के उजाले में महिला पर यह गैर-कानूनी और अमानवीय अत्याचार किया गया, लेकिन किसी ने इसके खिलाफ एक शब्द तक नहीं बोला।
जिला पुलिस श्याम सिंह ने बताया कि महिला को थाने में रखा गया है। सामाचार लिखे जाने तक महिला ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
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लाभपुर काण्ड एक नजर में
जिले के लाभपुर थाना क्षेत्र के सुबलपुर गांव में वर्ष 2014 के जनवरी महीने में सुबलपुर गांव में ग्रामसभा में एक युवती के खिलाफ गैंगरेप की सजा सजा सुनाई गई थी। समाज के कथित ठेकेदारों की मौजूदगी में १३ लोगों ने आदिवासी युवती के साथ बलात्कार किया था। युवती को यह सजा इसलिए दी गई थी क्योंकि वह गैर-समुदाय के युवक से प्रेम करती थी। यह खबर कई दिनों तक अखबारों की सुर्खियों में रही थी। घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की जमकर आलोचना हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी जोरदार फटकार लगाई थी।
जिले के लाभपुर थाना क्षेत्र के सुबलपुर गांव में वर्ष 2014 के जनवरी महीने में सुबलपुर गांव में ग्रामसभा में एक युवती के खिलाफ गैंगरेप की सजा सजा सुनाई गई थी। समाज के कथित ठेकेदारों की मौजूदगी में १३ लोगों ने आदिवासी युवती के साथ बलात्कार किया था। युवती को यह सजा इसलिए दी गई थी क्योंकि वह गैर-समुदाय के युवक से प्रेम करती थी। यह खबर कई दिनों तक अखबारों की सुर्खियों में रही थी। घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की जमकर आलोचना हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी जोरदार फटकार लगाई थी।