scriptपश्चिम बंगाल: महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया,क्या था कसूर… | West Bengal: Inhuman atrocities on a woman in Birbhoom | Patrika News

पश्चिम बंगाल: महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया,क्या था कसूर…

locationकोलकाताPublished: Oct 19, 2019 04:41:11 pm

– बीरभूम जिले के नानूर इलाके की घटना- लभपुर गैंगरेप काण्ड की यादें हुई ताजा

पश्चिम बंगाल: महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया,क्या था कसूर...

पश्चिम बंगाल: महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया,क्या था कसूर…

कोलकाता

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बीरभूम जिले में शादीशुदा एक महिला को मारने-पीटने और निर्वस्त्र कर दिन के उजाले में पूरा गांव घुमाने शर्मनाक घटना सामने आई। अमानवीय अत्याचार की शिकार हुई महिला थाने में शरण ले रखी है। वह खौफजदा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ग्राम सभा और समाज के कथित ठेकेदारों की गैर-कानूनी कार्रवाई यह घटना नानूर इलाके की है। इस घटना ने लाभपुर काण्ड की यादें ताजा कर दी है। वर्ष 2014 में जिले के लाभपुर थाना क्षेत्र के सुबलपुर ग्राम में समाज के कथित ठेकेदारों ने एक युवती को गैंग रेप की सजा सुनाई थी।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार महिला का गांव के एक युवक के साथ अवैध संबंध था। कुछ दिन पहले महिला ने युवक के साथ अपना संबंध तोड़ लिया था। इसे मायूस होकर गरुवार शाम उक्त युवक ने आत्महत्या कर ली थी। शुक्रवार शाम को मृत युवक के परिजनों ने समाज के ठिकेदारों की अगुआई में ग्रामसभा बुलाई। महिला को घर से खींच कर सभा में लाए। वहां से उसे बेरहमी से मारापीटा गया। फिर निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाए। उनके चंगुल से छुटने के बाद महिला उसी हालत में पुलिस फांडी पहुंची। फिर पुलिस ने उसके तन को ढका।
महिला को मारने-पीटने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। सबसे शर्मनाक बात यह है कि दिन के उजाले में महिला पर यह गैर-कानूनी और अमानवीय अत्याचार किया गया, लेकिन किसी ने इसके खिलाफ एक शब्द तक नहीं बोला।
जिला पुलिस श्याम सिंह ने बताया कि महिला को थाने में रखा गया है। सामाचार लिखे जाने तक महिला ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
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लाभपुर काण्ड एक नजर में
जिले के लाभपुर थाना क्षेत्र के सुबलपुर गांव में वर्ष 2014 के जनवरी महीने में सुबलपुर गांव में ग्रामसभा में एक युवती के खिलाफ गैंगरेप की सजा सजा सुनाई गई थी। समाज के कथित ठेकेदारों की मौजूदगी में १३ लोगों ने आदिवासी युवती के साथ बलात्कार किया था। युवती को यह सजा इसलिए दी गई थी क्योंकि वह गैर-समुदाय के युवक से प्रेम करती थी। यह खबर कई दिनों तक अखबारों की सुर्खियों में रही थी। घटना को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार की जमकर आलोचना हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी जोरदार फटकार लगाई थी।
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