कोलकाता . श्री श्री मनसापूरण गवरजा माता मण्डली के चतुर्दिवसीय
गणगौर महोत्सव के मौके पर महानगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा टैगोर कैशल, गणेस चौक, मोहता हाउस, संघ चौक से गुजरी। जहां से भी सवारी गुजरी वहीं से फूलों की वर्षा होने लगी। इसमें शामिल पुरुषों ने लाल रंग की पाग पहन रखी थी। वहीं महिलाओं ने पारम्परिक परिधान पहनकर शामिल हुईं। गलियों में ईसर गौरा के जयकारे गूंज उठे। मंडली के सदस्यों ने गवरजा माता पर आधारित भक्ति गीतों से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने में अध्यक्ष नन्द लाल पुरोहित, सचिव आशाराम पुरोहित, कोषाध्य श्रीगोपाल व्यास के साथ ही ट्रस्टीगणों में शंकर लाल व्यास, हीरालाल किराडू, पूनम चन्द रंगा, सत्यनारायण आचार्य, छोटू लाल पुरोहित, राजकुमार व्यास के साथ ही मेला कमेटी के सभा पति सुशील पुरोहित, उप सभापति केदारनाथ उपाध्याय, लक्ष्मी नारायण व्यास, मंत्री राजेश पुरोहित, उपमंत्री उमेश व्यास, केशन व्यास, कोषाध्यक्ष प्रह्लाद उपाध्याय, सह-कोषाध्यक्ष गोपाल पुरोहित सक्रिय रहे।
सवारी निकाली
दूसरी तरफ आशापूरन गवरजा माता मंडली ने सवारी निकाली। गणगौर के रथ पर वयोवृद्ध समाजसेवी मनसुख दास बिस्सा, मंडल अध्यक्ष नारायण हर्ष और द्वारका प्रसाद पुरोहित माँ गणगौर की सवारी लेकर निकले। महिलाएं सर पर गणगौर लिए गीत गाते हुए चल रही थी। यह झलक मानो लिलुआ में राजस्थान को ही उतार लाया था। सारदा बाड़ी पर फूलों की वर्षा कर माँ गणगौर का स्वागत किया गया। कल्पना हर्ष ने आरती उतारी, जिंदल हाइट्स ,मोहता बाड़ी में २ जगत खोल भरा गया। लोकप्रिय गीतकार बसंत मोहता ने कहा कि गणगौर आस्था और उल्लास का पर्व है। गायन गाड़ी से प्रभाष हर्ष ने गिरधर गोपाल हर्ष तन्नी को श्रद्धांजलि स्वरूप माँ मनसा ने जो नर ध्यावे पुराण हो सब आशा गीत प्रस्तुत किया। घोटा महाराज ने ए री सखी
मंगल गाओ री निकली है आज मइया जी की सवारी गाकर वंदना की। गायन में
शिव कुमार व्यास, राहुल पुरोहित, नरसिंघ हर्ष, गणेश व्यास , राजेंद्र पुरोहित आदि ने सामूहिक रूप से साथ दिया।