कोलकाता

West Bengal: विधाननगर के मेयर सव्यसाची दत्त का पद से इस्तीफा

तृणमूल नेता दत्त थाम सकते हैं भाजपा का दामन

कोलकाताJul 18, 2019 / 10:50 pm

Ashutosh Kumar Singh

विधाननगर के मेयर सव्यसाची दत्त का पद से इस्तीफा

कोलकाता
कानूनी लड़ाई जीतने के कई घंटों के भीतर ही विधाननगर के मेयर सव्यसाची दत्त ने गुरुवार दोपहर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। संवाददाता सम्मेलन में अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए दत्त ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा नगर निगम की चेयरपर्सन और निगम आयुक्त को भेज दिया है। 39 पार्षदों को भी उन्होंने अपने इस्तीफे के जानकारी दे दी है। इसके साथ ही अब उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि दत्त ने अभी तृणमूल में बने रहने को कहा है।
दत्त ने कहा कि उन्होंने कभी भी अन्याय के साथ समझौता नहीं किया है और नहीं करेंगे। उन्हें मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा है, उनके लिए पालिका कानून के तहत काम करना मुश्किल हो गया था। इस्तीफे के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की खुलकर आलोचना करते हुए कहा कि राजारहाट- न्यूटाउन इलाके में जलाशयों के पाटने का उन्होंने विरोध किया था। उन्होंने भूमि व भूमि सुधार विभाग (मुख्यमंत्री के पास है) एवं मत्स्य पालन विभाग को जानकारी दी थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की। दत्त ने कहा कि मौका परस्त लोगों के साथ वे काम नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि वह अपने पार्षद पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं।
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सीएम ममता को कोसा
सव्यसाची दत्त ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बनने से पहले ममता बनर्जी ने श्रमिकों और किसानों के लिए आंदोलन करने की बात कही थी। पिछले दिनों साल्टलेक विद्युत भवन में कर्मचारियों के पक्ष में आंदोलन किया था। जिससे बिजली मंत्री शोभन देव चट्टोपाध्याय नाराज हो गए थे। उसके बाद ही उन्हें टेलीफोन पर मेयर पद छोडऩे को कहा गया था और अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रस्ताव लाया गया था, जिसे कलकत्ता हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। भाजपा नेता मुकुल राय से उनकी निकटता बढ़ते देख मुख्यमंत्री पहले ही दत्त से नाराज थी और पार्टी से उनकी दूरियां रोज बढ़ रही थीं।
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