निर्जला एकादशी पर मन्दिरों में बाहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, बड़ाबाजार के प्रत्येक मन्दिर में दर्शन को श्रद्धालुओं की उपस्थिति ज्यादा रही , लक्ष्मी नारायण मंदिर में फिलहाल भक्तों का प्रवेश निषेध
BENGAL AFTER LOCKDOWN -लंबे अरसे बाद जयकारों से गूंज उठे देवालय
BENGAL NEWS कोलकाता. कोरोना महामारी और तालाबंदी 4 में कुछ छूट मिलने के साथ ही मंगलवार को निर्जला एकादशी पर जयकारों से देवालय गूंज उठे। मन्दिरों में बाहर से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। एक लंबे अरसे बाद 1 जून से श्रद्धालुओं के लिए खुले मन्दिरों में मंगलवार पहले दिन श्रद्धालु कम ही दिखे क्योंकि अधिकतर बाहर निकले या नही इसी उधेड़बुन में फंसे रहे। निर्जला एकादशी पर्व कोरोना के भय पर भारी पड़ा और आम दिनों की तुलना में ज्यादा श्रद्धालुओं ने मन्दिरों में बाहर से दर्शन किए। लॉकडाउन के दौरान बिन भक्तों के मंदिर भी सुने पड़े थे। नवरात्र, रामनवमी, अक्षय तृतीया, हनुमान जयंती जैसे त्योहारों पर भी श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन से वंचित रह गए थे। श्रद्धालुओं में निर्जला एकादशी सबसे बड़ी एकादशी मानी जाती है। इस दिन बड़ाबाजार के प्रत्येक मन्दिर में दर्शन को श्रद्धालुओं की उपस्थिति ज्यादा रही और उनके आवागमन से देवालय के बाहर बैठे प्रसाद विक्रेताओं के मायूस चेहरे भी खिल उठे। सत्यनारायण पार्क के सामने स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में भीड़ से दूर रहने के लिए श्रद्धालुओं का अभी भी प्रवेश निषेध है इसलिए बाहर से उन्होंने दर्शन किए। यहां दर्शन करने आए श्रद्धालु पुरुषोत्तम आचार्य ने बताया कि वे कई वर्षों से अनवरत दर्शन करने यहां आते रहे हैं लेकिन कोरोना काल में नही आ पाए जिसका काफी मलाल है। उन्होंने कहा कि आज वापस मंदिर में अपने आराध्य देव के दर्शन कर मन गदगद हो गया। कलाकार स्ट्रीट स्थित जबरेश्वर हनुमान मंदिर के राकेश पुजारी ने बताया कि बड़ाबाजार कंटेन्मेंट जोन होने के कारण ज्यादा संख्या में श्रद्धालु नहीं आए। लॉकडाउन के पहले सामान्य दिनों में जितने दर्शन के लिए आते थे उसकी अपेक्षा काफी कम आए जबकि आज मंगलवार था और निर्जला एकादशी भी। पेड़ा गली के निकट स्थित राधाकृष्ण मंदिर के अरुण पुजारी ने बताया कि मार्च में घोषित लॉकडाउन के बाद आज पहला मौका है जब श्रद्धालु दर्शन करने को आए। अभी यहां भीड़ न हो इसके लिए मन्दिर प्रशासन ने आवश्यक कदम उठाए हैं। महिला श्रद्धालु राधा देवी ने पत्रिका को बताया कि हम पूजा तो घर पर भी करते हैं लेकिन मंदिरों में घण्टा ध्वनि के बीच अर्चना करने में अलग सुकून मिलता है। उधर लक्ष्मी नारायण मंदिर में फिलहाल भक्तों का प्रवेश निषेध है और मुख्य द्वार पर बैरिकेड लगा हुआ है। लक्ष्मी नारायण मंदिर में प्रवेश निषेध व मुख्य द्वार पर बैरिकेड के चलते बाहर से दर्शन करते श्रद्धालु
निर्जला एकादशी पर श्रद्धालुओं के लिए सेवा शिविर कोलकाता। निर्जला एकादशी पर कलाकार स्ट्रीट में मंगलवार को श्रद्धालुओं के लिए सेवा शिविर भी आयोजित किया गया। रामदेव बाल मंडल और उत्तर कोलकाता जिला तृणमूल कांग्रेस महासचिव सपन बर्मन के सहयोग से श्रद्धालुओं के लिए सेवा शिविर आयोजित किया गया। इसमें छाछ, मिनरल वाटर, कोल्ड ड्रिंक्स, चाय-पान आदि की व्यवस्था की गई। सेवा शिविर में जेठमल रंगा, संजू बर्मन, अशोक व्यास, सन्नू व्यास, मन्नू व्यास, उमेश माली, लड्डू पुरोहित, राहुल दुबे और राहुल गोस्वामी आदि ने सक्रिय सहयोग किया।