कोलकाता

AFTER LOCKDOWN-बड़ाबाजार फिर से होने लगा गुलजार

ग्राहकी के साथ बढने लगी रौनक , कोरोना, तालाबंदी और अम्फान की बर्बादी के बाद धीरे-धीरे बेपटरी जिंदगी वापस चलने लगी पटरी पर

कोलकाताJun 05, 2020 / 06:19 pm

Shishir Sharan Rahi

AFTER LOCKDOWN-बड़ाबाजार फिर से होने लगा गुलजार

BENGAL CORONA ALERT: कोलकाता. प्रदेश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस नोवेल कोविड 19, तालाबंदी और सुपर साइक्लोन अम्फान की बर्बादी के बाद अब धीरे-धीरे बेपटरी जिंदगी वापस पटरी पर धीरे-धीरे दौडऩी शुरू हो गई है। इसी क्रम में महानगर का मिनी राजस्थान बड़ाबाजार भी काफी समय बाद फिर से गुलजार होने लगा है। यहां के अनेक स्थानों में शुक्रवार को ग्राहकी के साथ रौनक भी बढऩी शुरू हो गई। कलाकार स्ट्रीट, हरिराम गोयनका स्ट्रीट, रवीन्द्र सरणी, जमुनालाल बजाज स्ट्रीट, कलाकार स्ट्रीट, पग्गैया पट्टी, राजाकटरा, सोनापट्टी समेत अन्य स्थानों में शुक्रवार को बाजारों में चहलकदमी रही। इन जगहों पर शुक्रवार को मोबाइल दुकान, रेडीमेड गारमेंट्स, साड़ी आदि की दुकानें खुलने से लोगों की आवाजाही बढ़ी। लम्बे अरसे बाद खुले बाजार फिर नए जोश और उमंग के साथ धीरे धीरे चहकने लगा। कुछ दुकानें बन्द होने के बावजूद गाडिय़ों तथा लोगों के आवागमन और व्यवसाय के रफ्तार पकडऩे से बाजार गुलजार होने से लोग अब कोरोना से भयमुक्त भी होने लगे हैं। अनेक दुकानदारों का कहना है कि वे अब कोरोना काल को दुस्वप्न की तरह भूल कर उमंग-उत्साह के साथ बेपटरी जिंदगी को जल्द पुरानी लय में ले आएंगे। व्यापारियों की ओर से मास्क, सैनेटाइजिंग, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का भी ध्यान रखा जा रहा है। व्यापारियों ने कहा कि वे कोरोना संक्रमण रोकने में अब किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतना चाहते।
-बोले व्यवसायी, पिछली बातें भूल नए सिरे से शुरुआत करने का समय

जमुनालाल बजाज स्ट्रीट के कपड़ा व्यवसायी अजय रस्तोगी ने बताया कि व्यापार बन्द रहने से नुकसान होता है अब तय यह करना है किस प्रकार और कितनी जल्द इस नुकसान की भरपाई की जाए। पिछली बातों को भूल कर नए सिरे से शुरुआत करने का समय है। वे अपने पैतृक व्यवसाय को पुन: उसी मुकाम पर स्थापित करने में प्रयासरत हैं और उन्हें विश्वास है कि जल्द इसे साकार कर सकेंगे। ब्रेबर्न रोड में कपड़े के थोक विक्रेता विष्णु शर्मा ने बताया कि बाजार खुल जरूर गए लेकिन पूरी तरह पटरी पर आने में अभी समय लगेगा। फिलहाल कुछ को छोडक़र लगभग सभी व्यवसायी मंदी की मार झेल रहे हैं। होजियरी गुड्स का काम करने वाले टॉलीगंज निवासी सुनील अग्रवाल ने बताया कि वे ढाई महीने बाद बड़ाबाजार आए है। हालांकि अभी नए ऑर्डर नहीं मिल रहे पर अपनी पार्टियों से वे संपर्क में हैं। उन्हें विश्वास है कि धीरे-धीरे सब व्यवस्थित हो जाएगा। मालापाड़ा के साड़ी व्यवसायी मनीष जैन ने बताया कि अभी गद्दी में वे केवल टाइम पास कर रहे। उनके यहां ज्यादातर व्यापारी बाहर के हैं जिनकी अभी कुछ दिनों तक आने की सम्भावना न के बराबर है। एम्ब्रॉयडरी कारीगर ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं और लोकल ट्रेन बन्द होने से वे कोलकाता नहीं आ रहे। उनके न आने से नई डिजाइन की साडिय़ां भी बन नहीं रही।
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