BENGAL NEWS मूर्तिकारों के चेहरे पर आखिरकार लौटी मुस्कान
कोलकाताPublished: Jul 01, 2020 03:58:36 pm
मिलने लगे दुर्गा प्रतिमाओं के ऑर्डर, तालाबंदी में घर गए कारीगर आने लगे कुम्हारटोली
BENGAL NEWS मूर्तिकारों के चेहरे पर आखिरकार लौटी मुस्कान
BENGAL NEWS कोलकाता. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस नोवेल कोविड-19 के कहर से हर क्षेत्र, व्यवसाय तबाह हो गया है। अन्य व्यवसायों की ही तरह इसका असर कोलकाता की मूर्ति-निर्माण कला पर भी पड़ा। कोरोना कहर के साथ-साथ लॉकडाउन और प्रदेश में हाल ही आए सुपर साइक्लोन अम्फान ने मूर्तिकारों को भारी नुकसान पहुंचाया। अब काफी लंबे समय के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के ऑर्डर मिलने शुरू होने के बाद आखिरकार मूर्तिकारों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। बंगाल में मूर्ति-निर्माण कला का सेंटर कोलकाता के कुम्हारटोली में दुर्गा प्रतिमाएं बननी शुरू हो गई। कई पूजा कमेटियों ने एडवांस पैसे भी दे दिए हैं। इस बार थीम प्रतिमाओं की मांग नहीं और कम बजट वाली दुर्गा प्रतिमाओं को पूजा आयोजक तरजीह दे रहे हैं। कुम्हारटोली में इस बार 8 फीट तक दुर्गा प्रतिमाओं का निर्माण अधिक हो रहा है। कई प्रतिमाओं की ऊंचाई 4 से 5 फीट तक है। यहां उल्लेखनीय है कि डेढ़-दो महीने पहले तक कोलकाता की विश्वविख्यात दुर्गापूजा के आयोजन पर ही सवालिया निशान लग गया था। रथपूजा के बाद प्रतिमाओं के आर्डर मिलने लगे हैं। ऑर्डर देने वाली पूजा कमेटियों में संतोष मित्र स्क्वॉयर, संतोषपुर लेक पल्ली और बाबूबगान आदि शामिल हैं। लॉकडाउन में जो कारीगर घर चले गए थे वे धीरे-धीरे लौटने लगे हैं। मूर्तिकार मिंटू पाल का कहना है कि पिछले साल की तरह इस बार बड़ी दुर्गा प्रतिमाओं के ऑर्डर नहीं आ रहे। पूजा कमेटियों का बजट भी कम है लेकिन राहत है कि ऑर्डर मिल रहे हैं।एक समय लग रहा था कि इस बार दुर्गापूजा ही नहीं हो पाएगी। मिंटू पाल ने विदेश भेजने के लिए भी कुछ मूर्तियां तैयार की हैं। जिसमें एक मूर्ति फ्रांस, दूसरी ऑस्ट्रिया जाएगी। उधर मूर्तिकार चाइना पाल ने कहा कि आर्डर मिलने के बाद उम्मीद है कि अब हालात बेहतर होंगे। कुम्हारटोली में 300 से ज्यादा मूर्तिकार और 1500 कारीगर हैं।