GURU-PURNIMA-गुरु के प्रति समर्पित व्यक्ति का काल भी कुछ नही बिगाड़ सकता—शास्त्री
कोलकाताPublished: Jul 06, 2020 04:17:03 pm
अ.भा. मारवाड़ी महिला सम्मेलन (कोलकाता शाखा) ने किया ‘एक शाम गुरु के नाम’ का आयोजन
GURU-PURNIMA-गुरु के प्रति समर्पित व्यक्ति का काल भी कुछ नही बिगाड़ सकता—शास्त्री
BENGAL NEWS कोलकाता. ‘संत, भगवंत, गुरु पर अटूट विश्वास रहे तो भवसागर से पार होना सुनिश्चित है। जो गुरु के प्रति पूर्ण समर्पित रहता है, जिसको यह अटूट विश्वास रहता है कि गुरु भगवान जो करेंगे वो अच्छा ही करेंगे, ऐसे शिष्य का काल भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि वह गुरु शरण में है। और इसलिए यह कहा गया है कि जिसका रक्षक है गुरु भगवान, उसका क्या बिगाड़ेगा आंधी और तूफान। गुरुपूर्णिमा पर रविवार को पं. मालीराम शास्त्री ने कोरोना वैश्विक महामारी के कारण अपने शिष्यों व अन्य भगवतप्रेमियों को विडियों संदेश के माध्यम से यह बात कही। उन्होंने कहा कि गुरु की सेवा और आज्ञा पालन से मनुष्य की हर ईच्छा पूर्ण होती है।गुरु पर पूर्ण आस्था रखने वालों के यश, मान व समृद्धि में निरंतर वृद्धि होती है। शास्त्री ने कहा कि गुरु, गीता और गाय कल्याण करने वाले हैं। गुरु मंत्र का जप सभी कामनाओं की पूर्ति करने वाला और सभी आपदाओं-विपदाओं से बचाने वाला है।वर्तमान की विषम परिस्थितियों में अपने गुरुमंत्र और भगवत नाम का अधिकाधिक जाप करना चाहिए।उन्होंने कहा कि गुरु कृपा के बिना भगवत प्राप्ति संभव नहीं है क्योंकि गुरु के बिना ज्ञान, ज्ञान के बिना भक्ति और भक्ति के बिना भगवान का मिलना असंभव। इसलिए पूर्ण आस्था के साथ गुरुसेवा कर अपने भगवत प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करें। शास्त्री ने यह भी आह्वान किया कि वर्तमान संकट की घड़ी में पीड़ित व जरुरतमंदों की हरसंभव सहायता से बढ़कर न तो गुरु सेवा है और न ही भगवत भक्ति, इसलिए हर व्यक्ति वर्तमान महामारी के इस दौर में यथासाध्य-यथासंभव जरुरतमंदों की सेवा में तत्पर रहे। गुरुपूर्णिमा के अवसर पर सैकड़ों शिष्यों ने विडियो काॅल के जरिए ही गुरु पूजन व वंदना कर शास्त्री से शुभाशीष प्राप्त किया।दूसरी ओर रविवार शाम इसी उपलक्ष्य में अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन (कोलकाता शाखा) की ओर ‘एक शाम गुरु के नाम’ वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर विशिष्ट अतिथि शास्त्री ने गुरुपूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मातृशक्ति के बिना सृष्टि की कल्पना भी असंभव है। लेकिन वर्तमान में जिस तरह से अनाचार-व्यभिचार-दुराचार सहित महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं वो बेहद चिंतनीय है । ऐसे में आज सबसे ज्यादा जरुरी यह हो गया है कि महिलाएं स्वयं सुसंगठित होकर अग्रसर हों और ऐसी घटनाओं का प्रखर प्रतिवाद करें। जिससे ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके। शास्त्री ने कहा कि माँ ही बच्चों की पहली गुरु होती है। बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अपने बच्चों को सुस्ंकारित बनने की शिक्षा प्रदान करें । इस अवसर पर बतौर सम्माननीय अतिथि सम्मेलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शारदा लाखोटिया, राष्ट्रीय सचिव रेखा लखोटिया, प्रांतीय अध्यक्ष रेनू अग्रवाल, प्रांतीय सचिव विनीता अग्रवाल सहित अन्य प्रांतों की पदाधिकारी व सदस्यायें शामिल थीं।कोलकाता शाखा अध्यक्ष पूनम अग्रवाल के प्रयासों से आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन सुधा डालमिया ने किया। जबकि शाखा सचिव वंदना अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में गुरुवंदना हुई एवं सभी ने शास्त्री जी से शुभाशीष प्राप्त किया..