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WEST BENGAL–….जीयो और जीने दो..का अनुसरण कर पीडि़तों की सेवा कर रहा जिनवरम

locationकोलकाताPublished: Jun 04, 2021 03:26:14 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

कोविड संक्रमण काल में पेश की समाजसेवा की मिसाल, दिगंबर जैन समाज काकुडग़ाछी की संचालित समाजसेवी संस्था, पिछले 5 साल से जरूरतमंदों को किफायती दामों पर स्वास्थ्य सेवा लाभ सुविधा

WEST BENGAL--....जीयो और जीने दो..का अनुसरण कर पीडि़तों की सेवा कर रहा जिनवरम

WEST BENGAL–….जीयो और जीने दो..का अनुसरण कर पीडि़तों की सेवा कर रहा जिनवरम

BENGAL NEWS-कोलकाता (शिशिर शरण राही). एक ओर जहां देश से लेकर विदेशों तक तमाम स्थानों पर लोग वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के कहर से जूझ रहे वहीं अनेक ऐसी सामाजिक संस्थाएं हैं जो इस संकट की घड़ी में भी पीडि़तों की सेवा में 24 घंटे निस्वार्थ भाव से जुटी हैं। इन्हीं में शामिल है महानगर के दिगंबर जैन समाज काकुडग़ाछी की ओर से संचालित समाजसेवी संस्था जिनवरम। जो पिछले 5 साल से जरूरतमंदों को किफायती दामों पर स्वास्थ्य सेवा लाभ सुविधा उपलब्ध करा रही है। आज जिनवरम की समाजसेवा को आदर्श मानकर महानगर की कई सामाजिक संस्थाएं भी सेवा कार्यों में जुट गई है। जिनवरम का मकसद है स्वास्थ्य सेवा के लिए हर व्यक्ति को सुलभ मूल्य में रोगों से मुक्त करने की पूरी कोशिश और अनुभवी चिकित्सकों की ओर से नई तकनीक के जरिए किफायती दरों पर सेवा प्रदान करना। मार्गदर्शक संजय जैन काला के शब्दों में जिनवरम का गठन भगवान महावीर के संदेश-जीयो और जीने दो..को मूल रूप बनाकर किया गया है जो वर्तमान में समाजसेवा में सक्रिय भूमिका निभा रही। जिनवरम ने वैश्विक महामारी कोविड संक्रमण काल में गत वर्ष 26 मार्च से ही समाजसेवा के विभिन्न कार्यों को अंजाम दिया है। जिसमें जरूरतमंदों को सूखा अनाज, भोजन वितरण, क्वारेन्टाइन सेंटर (नर्स सुविधा समेत), दवा, डॉक्टर्स, शुद्ध शाकाहारी भोजन से लेकर कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन, एम्बुलेंस, अस्पताल में भर्ती कराना, मरीजों को आयुर्वेदिक काढ़ा, घर से ही डॉक्टरों से काउंसलिंग आदि की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
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मरीजों को घर पर खाना
इसके अलावा सेवा में मरीजों को घर पर खाना पहुंचाना, अस्पताल में भर्ती जैन समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को ५० हजार की आर्थिक मदद भी शामिल है। जिनवरम संस्था केवल कोलकाता ही नहीं बल्कि देश के कई शहरों के लिए एक मिसाल पेश करते हुए अपने मार्गदर्शन से क्वारेन्टाइन सेंटर बनाकर लोगों को लाभान्वित कर रहा। कोलकाता, हावड़ा के साथ आसपास के स्थानों में भी जिनवरम के सदस्य समाजसेवा में सक्रिय हैं। आज इस संस्थान की चर्चा जैन ही नहीं दूसरे समाज में भी हो रही। इस संस्था की सबसे खास बात यह है कि संस्था के सभी सदस्य सिर्फ पेड स्टॉफ से ही काम नहीं कराते बल्कि जमीनी स्तर पर सेवाभाव को मन में रखकर जरूरतमंदों की सेवा परिवार से बढक़र करते हैं। आज इस संस्था से लाभान्वित परिवार कहते हैं कि भगवान को किसने देखा मालूम नहीं लेकिन जिनवरम परिवार एक देवदूत बनकर हमारी सेवा व रक्षा कर रहा।
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जैसे परिवार कर रहा मदद
इस कोविड काल में जहां अपने परिवार के सगे-संबंधी काम नहीं आ रहे, संकट की घड़ी में किनारा कर रहे वहीं जिनवरम किसी भी जरूरतमंद परिवार के साथ उनके हर दुख दूर करने में ऐसे पेश आ रहा जैसे परिवार आकर मदद कर रहा। जैन समाज के बंधुओं की ओर से संस्था के इस समाजसेवा के जज्बे को देखते हुए आर्थिक सहयोग भी किया जा रहा। जिससे संस्था का सेवा कार्य सुचारू रूप से चल रहा।सुनील जैन पहाडिय़ा, सुरेश जैन पाटनी, अशोक जैन पहाडिय़ा, अमित जैन पाटनी, दीपक जैन सेठी, वसंत जैन कासलीवाल, मनीष जैन बडज़ात्या, राजेश जैन, संजय जैन बडज़ात्या समेत जिनवरम के तमाम पदाधिकारी-सदस्य इस महामारी में सक्रिय रूप से समाज सेवा में जुटे हुए हैं।
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