सोने के सिक्के भारतीय स्वर्ण सिक्का पहला राष्ट्रीय स्वर्ण सिक्का है जिसमें एक तरफ अशोक चक्र की छवि और दूसरी तरफ महात्मा गांधी का चेहरा है। यह सिक्का वर्तमान में 5 ग्राम, 10 ग्राम और 20 ग्राम के मूल्य वर्ग में उपलब्ध है! यह भारत देश मे बना 999 के साथ 24 कैरेट शुद्धता का पहला स्वर्ण सिक्का है ! इससे पहले देश मे सोने के सिक्के विदेशों से बनकर आते थे या गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा बना कर बेचे जाते रहे है । प्रधानमंत्री मोदी ने 5 नवम्बर 2015 को यह सिक्का जारी किया था।
44 स्मारक सिक्के मोदी के कार्यकाल में पिछले सात वर्षो में 44 स्मारक के सिक्के जारी हुए। ये एक रिकॉर्ड है। इन सिक्कों की लिस्ट में पहला स्थान पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की 125 वीं जयंती पर और 44 वें नंबर पर इस्कॉन संस्थापक प्रभुपाद की 125 वीं जयंती पर जारी सिक्का है। वैसे तो आजादी के बाद 75 वर्षो में देश में कई तरह के स्मारक सिक्के जारी हुए।
संवेदना सिक्का मोदी के कार्यकाल में देश में पहली बार जलियांवालाबाग नरसंहार की शताब्दी पर ( 2019 ) 100 रुपये का संवेदना सिक्का जारी किया गया । देश में अक्सर विशेष अवसरों को यादगार बनाने के मकसद से कई तरह के स्मारक सिक्के जारी होते रहे लेकिन इनमें भी कुछ ऐसे नए मूल्यवर्ग के स्मारक सिक्के पहली बार मोदी के कार्यकाल में ही जारी हुए और इन सभी का अनावरण भी उन्होंने खुद किया। इसमें १२५, २००, २५०, ३५०, ५००, ५५० के सिक्के शामिल हैं।
टकसाल मे बनते है ऐसे सभी तरह के स्मारक सिक्के देश के लिए मुद्रा का निर्माण करने वाली संस्था भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड बनाती है।ये भारत सरकार की मणिरत्न श्रेणी की कंपनी है और इसी संस्था के अधीन टकसाल जिस सिक्के का निर्माण करती है वो इनको अंकित मूल्य से कई गुना अधिक प्रीमियम कीमतों पर बेचती है। इससे देश का राजस्व बढ़ता है।