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1971 WAR HERO-…..नजर में नहीं आते बादलों में कहीं गुम हो, पर ये जमीं सलामत है कि आसमां में तुम हो

locationकोलकाताPublished: Oct 09, 2021 11:49:38 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

1971 जंग के योद्धा वायुसेना मेडल से सम्मानित विंग कमांडर डीजे क्लेर से पत्रिका की बातचीत, सीमा पार 22 उड़ानें भरीं, पाक वायु सेना के 3एफ-86 लड़ाकू विमानों को मार गिराने वाले बोयरा फोर्स के सदस्य में थे शामिल,पिता के साथ जंग में लिया भाग, पाक टैंक, शिप किया बर्बाद,वायुसेना दिवस पर विशेष
 

1971 WAR HERO-.....नजर में नहीं आते बादलों में कहीं गुम हो, पर ये जमीं सलामत है कि आसमां में तुम हो

1971 WAR HERO-…..नजर में नहीं आते बादलों में कहीं गुम हो, पर ये जमीं सलामत है कि आसमां में तुम हो

BENGAL NEWSकोलकाता (शिशिर शरण राही)। …..नजर में नहीं आते बादलों में कहीं गुम हो, पर ये जमीं सलामत है कि आसमां में तुम हो। 1971 जंग के योद्धा वायुसेना मेडल से सम्मानित विंग कमांडर डीजे क्लेर (अवकाश प्राप्त) की वीरगाथाओं पर किसी शायर की ये पंक्तियां सटीक लागू होती है। वायुसेना दिवस (08 अक्टूबर) की पूर्व संध्या पर गुरुवार को पत्रिका से उन्होंने खास बातचीत की। इसमें विशेष तौर पर 71 की जंग में उन्होंने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के हीरो अपने पिता ब्रिगेडियर हरदेव सिंह क्लेर के साथ युद्ध अभियान में हिस्सा लेने का जिक्र किया। अभी भी वे ७३ साल की आयु में किसी युवा से भी ज्यादा चुस्त-दुरुस्त हैं। उन्होंने कहा कि जंग के दरम्यान उन्होंने सीमा पार 22 उड़ानें भरीं। २२ नवंबर १९७१ को पाक वायु सेना के 3एफ-86 लड़ाकू विमानों को मार गिराने वाले बोयरा फोर्स के सदस्य में वे भी शामिल थे। पाकिस्तानी टैंकों, बख्तरबंद वाहनों पर हमले के साथ एंटी शिपिंग ऑपरेशन में भी हिस्सा लिया। थलसेना के समर्थन में एयर स्ट्राइक की। उन्होंने बताया कि जिस समय पाकिस्तान से युद्ध आरंभ हुआ उस समय वे बतौर 22 स्क्वाड्रन एयरफोर्स कलाईकुंडा में तैनात थे। हिन्दुस्तान में नेट जहाज में सबसे ज्यादा उड़ान भरने का गौरव उन्हें प्राप्त है।
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12 डेज टू ढाका
क्लेर ने 12 डेज टू ढाका शीर्षक से एक पुस्तक भी लिखी है। जिसमें बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।विंग कमांडर क्लेर के दादाजी ने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में हिस्सा लिया था।जबकि ढाका के मुक्तिदाता के नाम से मशहूर इनके पिता मेजर जनरल हरदेव सिंह क्लेर को महावीर चक्र, अतिविशिष्ट सेवा मेडल से भी नवाजा जा चुका है। 1971 जंग के हीरो मेजर जनरल हरदेव सिंह क्लेर (1924-2016) भारतीय सेना के उन महान योद्धाओं में थे, जिन्होंने 1965 और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में हिस्सा लिया था।……….
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