WEST BENGAL….दर्द को खुराक समझ कर पीता हूं,
कोलकाताPublished: Oct 28, 2021 04:41:12 am
शब्दाक्षर की काव्यगोष्ठी ने बांधा समां, पश्चिम बंगाल प्रदेश इकाई का आयोजन
WEST BENGAL….दर्द को खुराक समझ कर पीता हूं,
BENGAL NEWS-कोलकता। साहित्यिक संस्था शब्दाक्षर पश्चिम बंगाल प्रदेश इकाई की ओर से शब्दाक्षर महाराष्ट्र की प्रदेश साहित्य मंत्री डॉ कनक लता तिवारी के स्वागत सम्मान में काव्यगोष्ठी हुई। अध्यक्षता शब्दाक्षर की राष्ट्रीय साहित्य मंत्री नीता अनामिका ने की। शुभारंभ राष्ट्रीय अध्यक्ष रविप्रताप सिंह ने किया। पश्चिम बंगाल अध्यक्ष रामप्रकाश सिंह सावन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय कुमार रुसवा, राष्ट्रीय सलाहकार तारक दत्त सिंह व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो जीवन सिंह ने स्वागत किया। राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने यह जानकारी दी।कवियों, कवयित्रियों ने एक से बढक़र एक कविताएं पेश कर समां बांधा। कवि नंदू बिहारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो जीवन सिंह के बिहार तथा यूपी पर रचित भोजपुरी गीत सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। गजेंद्र नाहटा की .…दर्द को खुराक समझ कर पीता हूं, हीरालाल साव की हम दोनों साथ पले, साथ बढ़े, पर फर्क इतना था, वह जिंदगी की दौड़ में आगे निकल गया, अंजू छारिया की गज़ल ….हमें आवाज़ दे कर तुम पुकारो, बंगाल शब्दाक्षर के सचिव कृष्ण कुमार दूबे की …आँखों में कुछ नमी सी है पंक्तियों पर खूब वाहवाहियाँ लगीं। नीता अनामिका की पुच्छल तारा, रवि प्रताप सिंह की राजनीति का मापदंड अपराध बन गया भारत मे तथा डॉ कनक लता तिवारी के कृष्ण गीत तथा जल चाँद तुम्हारी बाट जोहता है ने समां बांध डाला। राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने काव्यगोष्ठी की सफलता पर खुशी जताई।