—- इंजन की अधूरी फिटनेस के कारण बेपटरी हुई बीकानेर एक्सप्रेस
रेल इंजन की अधूरी फिटनेस के कारण बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में दोमोहानी के निकट दुर्घटना की शिकार हुई। अपनी तय रफ्तार से दौड़ती बीकानेर एक्सप्रेस के इंजन के नीचे लगे टैक्शन मोटर के गिरने के कारण ट्रेन बेपटरी हो गई। रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को सभी लोको पायलट व सहायक लोको पायलट को ट्रेन चलाने से पहले इंजन की मैन्युअल जांच करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। दूसरी ओर, दुर्घटना में मृतक यात्रियों की संख्या बढ़कर नौ हो गई। 36 यात्री घायल हुए हैं।रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव परिपाटी से इतर दुर्घटना के अगले दिन घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर पटरी और मरम्मत कार्यों की स्थिति का पता लगाने के लिए उन्होंने इंस्पेक्शन ट्रॉली से निरीक्षण किया। इसके बाद दुर्घटनाग्रस्त इंजन को बारीकी से देखा। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रथम दृष्टया इंजन के उपकरण में खराबी के कारण रेल हादसा हुआ। इसकी जांच चल रही है, जल्द ही इसका पता चल जाएगा। मंत्री ने रेल इंजन के अंडरफ्रेम और उसके ब्रेकिंग सिस्टम का भी गहन निरीक्षण किया। रेल मंत्री की इस बात को रेलवे बोर्ड के दस्तावेज तस्दीक करते हैं। इसके मुताबिक, रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को सभी चीफ इलेक्ट्रिकल लोको इंजीनियर्स (सीईएलईएस) को निर्देश जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि ट्रेन चलाने से पहले लोको पायलट व सहायक लोको पायलट इंजन का ठीक प्रकार से मुआयना (मैन्युअल जांच) करें। इसके अलावा सफर के दौरान ट्रेन के स्टेशन पर रुकने के बाद इंजन का निरीक्षण करें, यदि संभव-समय है तो।
रेल इंजन की अधूरी फिटनेस के कारण बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में दोमोहानी के निकट दुर्घटना की शिकार हुई। अपनी तय रफ्तार से दौड़ती बीकानेर एक्सप्रेस के इंजन के नीचे लगे टैक्शन मोटर के गिरने के कारण ट्रेन बेपटरी हो गई। रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को सभी लोको पायलट व सहायक लोको पायलट को ट्रेन चलाने से पहले इंजन की मैन्युअल जांच करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। दूसरी ओर, दुर्घटना में मृतक यात्रियों की संख्या बढ़कर नौ हो गई। 36 यात्री घायल हुए हैं।रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव परिपाटी से इतर दुर्घटना के अगले दिन घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर पटरी और मरम्मत कार्यों की स्थिति का पता लगाने के लिए उन्होंने इंस्पेक्शन ट्रॉली से निरीक्षण किया। इसके बाद दुर्घटनाग्रस्त इंजन को बारीकी से देखा। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रथम दृष्टया इंजन के उपकरण में खराबी के कारण रेल हादसा हुआ। इसकी जांच चल रही है, जल्द ही इसका पता चल जाएगा। मंत्री ने रेल इंजन के अंडरफ्रेम और उसके ब्रेकिंग सिस्टम का भी गहन निरीक्षण किया। रेल मंत्री की इस बात को रेलवे बोर्ड के दस्तावेज तस्दीक करते हैं। इसके मुताबिक, रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को सभी चीफ इलेक्ट्रिकल लोको इंजीनियर्स (सीईएलईएस) को निर्देश जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि ट्रेन चलाने से पहले लोको पायलट व सहायक लोको पायलट इंजन का ठीक प्रकार से मुआयना (मैन्युअल जांच) करें। इसके अलावा सफर के दौरान ट्रेन के स्टेशन पर रुकने के बाद इंजन का निरीक्षण करें, यदि संभव-समय है तो।