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WEST BENGAL-फिर बेपटरी बीकानेर एक्सप्रेस की इंजन

locationकोलकाताPublished: Jan 23, 2022 04:36:19 am

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

एनजेपी स्टेशन पर दनादन सायरन से चौंके लोग, किसी तरह का नुकसान नहीं

WEST BENGAL-फिर बेपटरी बीकानेर एक्सप्रेस की इंजन

WEST BENGAL-फिर बेपटरी बीकानेर एक्सप्रेस की इंजन

BENGAL TRAIN NEWS-कोलकाता। सन1990 के दशक में फिर तेरी कहानी याद आई फिल्म काफी चर्चित रही थी। आज इसी फिल्म के नाम पर गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस इंजन फिर बेपटरी हुई। घटना शनिवार को एनजेपी स्टेशन पर हुई जब दनादन सायरन बजने से लोग चौंक उठे। रेल के आला अधिकारी-कर्मचारी किसी अनहोनी की आशंका से सहम गए हालांकि किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। दरअसल शनिवार को एनजेपी स्टेशन स्थित डीजल शेड में गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस की इंजन फिर बेपटरी हो गई। 12 जनवरी को दुर्घटना के दौरान यही इंजन लगी थी। गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस की यही इंजन जलपाईगुड़ी जिले के मयगुड़ी के निकट दोमोहानी में पिछले सप्ताह 12 जनवरी को दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। एनजेपी स्टेशन के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शनिवार शाम इंजन को डीजल शेड लाया जा रहा था। डीजल शेड पहुंचने के दौरान इंजन पटरी से उतर गई। इंजन के बेपटरी होने से एनजेपी में सायरन की गूंज से सभी चौंक उठे। उसके बाद एक बार फिर एनजेपी व आसपास के क्षेत्रों में ट्रेन दुर्घटना के कयास लगाए जाने लगे। हालांकि थोड़ी देर में मालूम चला कि डीजल शेड में इंजन बेपटरी की खबर है। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।-
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इंजन की अधूरी फिटनेस के कारण बेपटरी हुई बीकानेर एक्सप्रेस

रेल इंजन की अधूरी फिटनेस के कारण बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में दोमोहानी के निकट दुर्घटना की शिकार हुई। अपनी तय रफ्तार से दौड़ती बीकानेर एक्सप्रेस के इंजन के नीचे लगे टैक्शन मोटर के गिरने के कारण ट्रेन बेपटरी हो गई। रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को सभी लोको पायलट व सहायक लोको पायलट को ट्रेन चलाने से पहले इंजन की मैन्युअल जांच करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। दूसरी ओर, दुर्घटना में मृतक यात्रियों की संख्या बढ़कर नौ हो गई। 36 यात्री घायल हुए हैं।रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव परिपाटी से इतर दुर्घटना के अगले दिन घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल पर पटरी और मरम्मत कार्यों की स्थिति का पता लगाने के लिए उन्होंने इंस्पेक्शन ट्रॉली से निरीक्षण किया। इसके बाद दुर्घटनाग्रस्त इंजन को बारीकी से देखा। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रथम दृष्टया इंजन के उपकरण में खराबी के कारण रेल हादसा हुआ। इसकी जांच चल रही है, जल्द ही इसका पता चल जाएगा। मंत्री ने रेल इंजन के अंडरफ्रेम और उसके ब्रेकिंग सिस्टम का भी गहन निरीक्षण किया। रेल मंत्री की इस बात को रेलवे बोर्ड के दस्तावेज तस्दीक करते हैं। इसके मुताबिक, रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को सभी चीफ इलेक्ट्रिकल लोको इंजीनियर्स (सीईएलईएस) को निर्देश जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि ट्रेन चलाने से पहले लोको पायलट व सहायक लोको पायलट इंजन का ठीक प्रकार से मुआयना (मैन्युअल जांच) करें। इसके अलावा सफर के दौरान ट्रेन के स्टेशन पर रुकने के बाद इंजन का निरीक्षण करें, यदि संभव-समय है तो।

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