आस्ट्रेलिया से दक्षिण अमेरिका तक उन्होंने कहा कि हर साल बर्ड शो का आयोजन होता है। इसमें ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष सजल घोष (पार्षद) का खास योगदान रहता है। दत्ता ने कहा कि बर्ड शो में आस्ट्रेलिया से लेकर न्यूजीलैंड, सिंगापुर, थाईलैंड, दक्षिण अमेरिका आदि देशों के पक्षियों को प्रदर्शित किया गया है। इनमें आस्ट्रेलिया की फिन्च, कॉकटाइल से लेकर दक्षिण अमेरिका की पाइनएप्पल आदि मुख्य हैं।
—- पक्षियों की चहचहाहट से मिल रही मन की खुशहाली
पक्षी भी हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनकी चहचहाट हमारे जीवन में एक अनुपम रस घोलती है इस बात को समझते हुए डिंपल ने पक्षियों की जीवन रक्षा को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है। वह अपने दिन की शुरुआत ही पक्षियों को दाना डाल कर करती हैं। गौरैया के लिए उन्होंने अपने आंगन में घोसले तक बना रखे हैं। आठ साल से डपल पक्षियों की देखभाल कर रही हैं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करती हैं। वह प्रतिदिन सुबह और शाम पक्षियों को दाना डालने के साथ ही उनके लिए पानी रखने लगीं। हर दिन उनके आंगन में सभी पक्षी आकर दाना चुगने लगे। आंगन के साथ ही घर की छत पर भी दाना और पानी का सिलसिला अनवरत जारी हो गया। उन्होंने घर के आंगन में ही गौरेया के लिए घोसले भी बनाए हैं।
पक्षी भी हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनकी चहचहाट हमारे जीवन में एक अनुपम रस घोलती है इस बात को समझते हुए डिंपल ने पक्षियों की जीवन रक्षा को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है। वह अपने दिन की शुरुआत ही पक्षियों को दाना डाल कर करती हैं। गौरैया के लिए उन्होंने अपने आंगन में घोसले तक बना रखे हैं। आठ साल से डपल पक्षियों की देखभाल कर रही हैं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करती हैं। वह प्रतिदिन सुबह और शाम पक्षियों को दाना डालने के साथ ही उनके लिए पानी रखने लगीं। हर दिन उनके आंगन में सभी पक्षी आकर दाना चुगने लगे। आंगन के साथ ही घर की छत पर भी दाना और पानी का सिलसिला अनवरत जारी हो गया। उन्होंने घर के आंगन में ही गौरेया के लिए घोसले भी बनाए हैं।