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WEST BENGAL ONLINE EXAM-जब ऑफलाइन क्लास पूरी नहीं तो ऑफलाइन परीक्षा कैसे?

locationकोलकाताPublished: May 24, 2022 01:47:24 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

ONLINE EXAM की मांग पर मुखर STUDENTS , CU MAIN GATE पर प्रदर्शन, रोड जाम, यातायात प्रभावित
 

WEST BENGAL ONLINE EXAM-जब ऑफलाइन क्लास पूरी नहीं तो ऑफलाइन परीक्षा कैसे?

WEST BENGAL ONLINE EXAM-जब ऑफलाइन क्लास पूरी नहीं तो ऑफलाइन परीक्षा कैसे?

BENGAL ONLINE EXAM DEMAND-कोलकाता। COVID-19 के चलते जब OFFLINE CLASS पूरी नहीं हुई तो फिर बगैर सिलेबस OFFLINE EXAM कैसे होगी ? ONLINE EXAM की मांग पर मुखर STUDENTS ने सोमवार को यह सवाल CALCUTTA UNIVERSITY (CU) के आला अधिकारियों से पूछा। आनलाइन परीक्षा कराने को लेकर सीयू के छात्रों ने सोमवार को कॉलेज स्ट्रीट परिसर के सामने जमकर हंगामा किया, धरना प्रदर्शन किया। उधर ऑनलाइन परीक्षा की मांग को लेकर आलिया विश्वविद्यालय के पार्क सर्कस परिसर, बर्दवान और उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय में भी प्रदर्शन हुए। सीयू के लगभग 200 छात्र-छात्राओं ने मांग की है कि स्नातक, स्नातकोत्तर दोनों के सेमेस्टर की परीक्षा ऑनलाइन ली जाए। सीयू से जुड़े कोलकाता के अधिकांश कालेजों के स्टूडेंटस ने धरने – प्रदर्शन में शिरकत की। इस बीच तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) और माकपा से संबद्ध स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने आंदोलन में शामिल होने से इनकार कय दिया।

WE WANT ONLINE
छात्रों के हाथ में तख्तियों पर लिखा था–कैंपस में परीक्षा के लिए दो महीने पर्याप्त नहींं है । पिछले तीन दिन के दरम्यान छात्रों का यह दूसरा प्रदर्शन था। छात्रों ने नारे लगाते हुए कहा–वी वांट ऑनलाइन एक्जाम। सीयू के मेन गेट के सामने छात्रों ने रोड जाम कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे यातायात खासा प्रभावित हुआ। उन्होंने करीब एक घंटे तक मेन गेट के सामने धरना दिया।
दो साल से ऑफलाइन क्लास नहीं
छात्रों ने कहा कि पिछले दो साल से कोई भी ऑफलाइन क्लास नहीं हुई । जिसके कारण उनका सिलेबस पूरा नहीं हो पाया। उन्हें ऑफलाइन मोड में परीक्षा के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। यहां उल्लेखनीय है कि सीयू की उच्चाधिकार प्राप्त समितियों ने पिछले हफ्ते परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित करने की सिफारिश की थी।
STUDENTS की जुबानी
कोविड- काल के कारण 2 साल में केवल डेढ़ महीने ही आफलाइन क्लास हुई। लेकिन परीक्षा पूरे सिलेबस को शामिल कर ली जाएगी। मैथ्स समेत केमिस्ट्री आदि साइंस के सब्जेक्टस के एक भी प्रैक्टिकल्स नहीं हुए। न ही हमारे सिलेबस पूरे किए गए। इन हालात में आफलाइन मोड में परीक्षा का क्या औचित्य है? यह छात्रों के भविष्य के साथ सरासर खिलवाड़ है। प्रदर्शन की पड़ताल में पत्रिका से मौके पर बी-कॉम के छात्र किशन सिंह, सोविक चटर्जी, स्नातक के सौमिक हाजरा, सौरव मंडल ने ये बात कही। इसी के साथ एम-कॉम की छात्रा दीपिका दास समेत लीना प्रज्ञाश्री दुआरी, श्रीमोई सरकार, मोईमित्रा देवनाथ आदि छात्राओं ने भी कहा कि कहा कि दो महीने से कम समय आफलाइन क्लास के बाद ऑफलाइन परीक्षा में स्टूडेंटस कैसे शामिल हो सकते? एमकॉम के छात्र किशनु ने कहा आज का विरोध छात्रों के अधिकारों के लिए है। छात्रा रिताश्री बानिक ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा में संदर्भ नोट से मदद और प्रश्नपत्र लिखने के लिए अधिक समय लेने की आजादी है ,जिससे अधिक नंबर आ सकते है।
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