WEST BENGAL RATH YATRA 2022---रथयात्रा उत्सव में जुटेंगे 1.5 लाख श्रद्धालु
कोलकाता समेत इस्कॉन मुख्यालय मायापुर में तैयारियां जोरों पर, 01 जुलाई को निकलेगी रथयात्रा, गुंडिचा मंदिर में 9 दिन जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा को लगेगा 56 भोग
कोलकाता
Published: June 25, 2022 11:29:01 pm
BENGAL RATH YATRA 2022कोलकाता। महानगर समेत इस्कॉन मुख्यालय मायापुर में रथयात्रा उत्सव की तैयारियां जोरों पर है। वहीं इस साल रथयात्रा उत्सव में देश-विदेश से करीब 1.5 लाख श्रद्धालु जुटेंगे। रथयात्रा 1 जुलाई को निकलेगी। इस्कॉन मुख्यालय मायापुर के भक्त रथ यात्रा उत्सव उत्साह से मनाने की ैतैयारी में जुटे हैं। गुंडिचा मंदिर में 9 दिन जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा को 56 भोग लगाया जाएगा। इस्कॉन मुख्यालय मायापुर के मीडिया प्रवक्ता सुब्रत विश्वास ने यह जानकारी दी। इधर कोलकाता के कुम्हारटोली में भी मूर्तिकार रथयात्रा को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। जबकि गुरु सदर रोड में भी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा। इस्कॉन वैश्विक मुख्यालय मायापुर में भक्त वार्षिक जगन्नाथ रथयात्रा उत्सव को उत्साह के साथ मनाने के लिए तैयार हैं। पिछले दो साल कोरोना के कारण रथयात्रा उत्सव का आयोजन छोटे पैमाने पर किया गया था। 2019 के बाद इस त्योहार को भव्य तरीके से मनाने का मौका मिलेगा। सहनिदेशक ब्रज विलास दास ने बताया कि रथयात्रा के दिन 1.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों की उम्मीद हैं।इस वर्ष रथयात्रा का मुख्य आकर्षण बलदेव के रथ तलद्वाज का भव्य पहिया होगा जो पुरी से आया है। इसे बहुत शुभ माना जाता है। भव्य पहिया श्रील प्रभुपाद समाधि पर दर्शन के लिए रखा जाएगा जहां जगन्नाथ का गुंडिचा मंदिर बनाया जा रहा। गुंडिचा मंदिर में प्रवास के दौरान ९ दिनों के लिए जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा को छप्पन भोग का भोग लगाया जाएगा।
-----पारंपरिक बंगाली व्यंजन
इसमें पारंपरिक बंगाली व्यंजन जैसे पोस्तो, साग, भाजा, पुलाव, लुची से लेकर पास्ता, पिज्जा, केक, बर्गर जैसे महाद्वीपीय व्यंजन तक होंगे। इस्कान मायापुर मीडिया प्रवक्ता सुब्रत विश्वास ने बताया कि इटली, कोरिया, आस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, चिली, रूस, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका और चीन के भक्त संस्कृत भाषा में भरतनाट्यम, ओडिसी, नाटक जैसे पारंपरिक भारतीय नृत्य की विविधता को प्रस्तुत करने के लिए कठिन अभ्यास कर रहे हैं। एक जुलाई को जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्रा के रथों को इस्कॉन राजापुर मंदिर से इस्कॉन मायापुर मंदिर तक ६ किलोमीटर खींचा जाएगा।
------उधर सिलीगुड़ी में भी तैयारी
इस्कॉन मंदिर सिलीगुड़ी में भी जोरशोर से तैयारी चल रही है। यहां पर १ जुलाई को शहर में रथयात्रा निकाली जाएगी। इस अवसर को लेकर मंदिर को साथ सजाने का कार्य शुरू हो गया है। मंदिर की रोशनी और फूलों से सजावट की जाएगीजिसमें मंदिर के साधु-संत सहित श्रद्धालु भी मंदिर को सजाने में लगे हुए हैं। रथ को भी सजाया जा रहा है। जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र की नई-नई पोशाक तैयार की गई है। जिन्हें पहने वे मौसी के घर को जाएंगे। इसके अलावा सूखे प्रसाद के पैकेट बनाए जा रहे हैं। नगर परिक्रमा के समय यह पैकेट श्रद्धालुओं के बीच वितरित होगा। मंदिर परिसर की ओर से नामकृष्ण दास ने बताया कि गत कई वर्षो से सूखा प्रसाद श्रद्धालुओं के मध्य वितरित किया जाता है। उन्होंने कहा कि रथयात्रा की तैयारी जोरशोर से की जा रही है। एक जुलाई को रथयात्रा उत्सव पर मंदिर परिसर में रथ को सजाने का काम चल रहा है। इस दौरान पूजा-पाठ और भजन कीर्तन का आयोजन किया जाएगा।

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