कोलकाता

WEST BENGAL TIRANGA —डाकघरों से बिके 90 हजार तिरंगे

कोलकाता के डाकघरों में मामूली कीमत पर उपलब्ध

कोलकाताAug 08, 2022 / 12:19 pm

Shishir Sharan Rahi

WEST BENGAL TIRANGA —डाकघरों से बिके 90 हजार तिरंगे

BENGAL TIRANGA-कोलकाता। नागरिकों को 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के केंद्र के हर घर तिरंगा अभियान के तहत पश्चिम बंगाल समेत सिक्किम, अंडमान निकोबार द्वीप समूह के 9,087 डाकघरों में तिरंगा मामूली कीमत पर उपलब्ध हैं। इंडिया पोस्ट के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एक अगस्त से अब तक पश्चिम बंगाल में डाकघरों से करीब 90 हजार तिरंगों की बिक्री हुई। पश्चिम बंगाल सर्कल डाक विभाग ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय ध्वज को आसानी से उपलब्ध करवाने और ऑनलाइन ऑर्डर घर-घर तक पहुंचाने के लिए डाकघर में बड़ी संख्या में काउंटर बनाए गए हैं।प्रत्येक राष्ट्रीय ध्वज की कीमत 25 रुपये है। स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन हो रहा। लोगों के दिलों में देशभक्ति भावना जगाने और राष्ट्रध्वज को लेकर जागरुकता बढ़ाने के लिए 13 से 15 अगस्त तक केंद्र की ओर से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाया जा रहा है।
कुमारसभा पुस्तकालय के नवीन भवन में तिरंगा झंडारोहण
कोलकाता। आजादी के अमृत-महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर घर-घर तिरंगा झंडारोहण कार्यक्रम अंतर्गत कुमारसभा पुस्तकालय के नवीन भवन में झंडारोहण किया गया।कुमारसभा के उपाध्यक्ष भागीरथ चांडक की अध्यक्षता में हुए आयोजन में सभी ने भवन की छत पर झंडारोहण किया गया। फिर सभागार में एक संगोष्ठी हुई जिसका शुभारंभ राजस्थानी कवि- लेखक बंशीधर शर्मा के देशभक्ति गीत ….मेरे युग का युवाप्राण, अंगड़ाई लेकर फिर से जाग रहा है..से हुई। हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता नंदलाल सिंघानिया ने कहा कि अगर हम अपना इतिहास याद नही रखेंगे, तो भूगोल बिगड़ते देर नही लगेगी। उन्होंने कहा आज के परिप्रेक्ष्य में वर्तमान भारत की अखंडता बहुत जरूरी है। अध्यक्षीय वक्तव्य में भागीरथ चांडक ने कहा कि साहित्य, संस्कृति और संस्कार निर्माण में कुमारसभा का बड़ा दायित्व हैै। वरिष्ठ कर सलाहकार रामचन्द्र अग्रवाल ने कहा कि संस्कार निर्माण में शादी एवं अन्य समारोहों में उपहार स्वरूप पुस्तक देने की शुरुआत करनी चाहिये। एडवोकेट योगेशराज उपाध्याय ने कहा कि अपना शताब्दी वर्ष पूर्ण कर चुके कुमारसभा को नई ऊर्जा के साथ कार्य की आवश्यकता है। संचालन अर्थमंत्री अरुण प्रकाश मल्लावत ने किया।नन्दकुमार लडढा, भागीरथ सारस्वत, सत्यप्रकाश राय, मनोज काकड़ा, संजय रस्तोगी, गोविंद जैथलिया, नीतीश सिंह, रोशन शर्मा, सीताराम यादव, वेदप्रकाश गुप्ता, अमरजीत सिंह प्रभृति अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.