पोस्ता ओनियन मर्चेन्ट्स एसोसिएशन सेक्रेट्री अभिजीत बद्र्धन ने कहा, इसलिए बढ़े बेतहाशा दाम उधर पोस्ता ओनियन मर्चेन्ट्स एसोसिएशन के सेक्रेट्री अभिजीत बद्र्धन ने पत्रिका से खास बातचीत में कहा कि देशभर में नासिक-गुजरात के प्याज की सप्लाई होती है। दोनों राज्यों में भारी बारिश से प्याज की फसल को काफी नुकसान हुआ है, जिससे मार्केट में पर्याप्त मात्रा में सप्लाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा कारण अनियमित बरसात, बाढ़ के पानी में डूबने से प्याज का सड़ जाना है। दिल्ली, राजस्थान के व्यापारियों ने कमी देखते हुए प्याज का स्टॉक बढ़ा दिया, जिससे मांग के अनुसार प्याज की सप्लाई नहीं हुई। यहीं है सबसे बड़ा कारण प्याज के बेतहाशा दाम बढऩे का। बद्र्धन ने कहा कि दुर्गा पूजा तक ऐसे ही कीमतें रहेंगी। जब नवंबर में नासिक का लाल प्याज आएगा, तब जाकर कीमतों में गिरावट होगी। दिवाली तक कुछ कंट्रोल होने की आशा उन्होंने जताई। अभी उनके पास जो प्याज आ रहे वे आंध्र और कर्नाटक के ज्यादा हैं।
ये है प्याज की रेट पूरे देश में महाराष्ट्र से ही सबसे ज्यादा प्याज की सप्लाई होती है। सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्याज का होलसेल रेट 1800-1900 है। खुदरा रेट 60रुपए प्रति किलो है। इसके साथ ही 01 पल्ला (5 किलो) की कीमत 250 रुपए है।
प्याज के बिना अधूरा किचेन इनकम टैक्स वकील के. पाटोदिया, गृहिणी संतोष सेठिया, रानी रश्मि सिन्हा, संतोष सर्राफ, दुकानदार रंजीत अग्रवाल, अमित आदि ने प्याज की बढ़ी कीमतों पर कहा कि प्याज के बिना किचेन अधूरा है। इसके बगैर सब्जी-दाल, पुलाव वगैरह व्यंजनों की कल्पना नहीं की जा सकती।